दिल्ली से सटे गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती एयर होस्टेस के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी का नाम दीपक कुमार है.
वो बिहार का रहने वाला है. उसने 2019-2022 के दौरान एक निजी संस्थान से बीएससी (ओटी) की पढ़ाई की थी. वो पढ़ने में औसत छात्र था. पिछले 5 महीनों से अस्पताल में काम कर रहा था. यहां आईसीयू में मशीन टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत था.
पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी दीपक कुमार ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. पुलिस ने खुलासा किया है कि वो अश्लील वीडियो देखने का एडिक्ट है. उसके पास से बरामद मोबाइल फोन की सर्च हिस्ट्री से इस बात की पुष्टि हो गई है. पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया था. इसके बाद अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई थी.
गुरुग्राम पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता ने कहा था कि उसे उसके पति ने 5 अप्रैल की रात करीब 10 बजे अस्पताल में भर्ती कराया था. उसे आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था. 6 अप्रैल रात करीब 9 बजे 2 नर्सें उसकी देखभाल कर रही थीं. उन्होंने उसके कपड़े और चादर बदले. तभी एक आदमी की आवाज सुनाई दी. वेंटिलेटर पर होने के कारण वो बोल नहीं पा रही थी. उस समय बेहोशी की हालत में थी. उसने कहा कि वो सभी आवाजें सुन सकती थी.
उस वक्त आरोपी ने दोनों नर्सों से सूची मांगी. नर्सों ने अपना विवरण देना शुरू कर दिया. फिर उसने नर्स से पीड़िता की कमरबंद के आकार के बारे में पूछा. इसके बाद आरोपी ने नर्सों से कहा कि वो महिला मरीज के कमरबंद के आकार की जांच खुद करेगा. पीड़िता ने आगे बताया, ''मुझे लगा कि आदमी ने मेरे दाहिने तरफ से चादर के नीचे अपना हाथ डाला था." इसके बाद उसने बताया कि कैसे उस आदमी ने नर्सों की मौजूदगी में उसका यौन उत्पीड़न किया.
उसने चादर को पीड़िता की नाक तक ढक दिया और पूछा कि क्या यह ठीक है? इस पर पीड़िता ने अपना सिर हिला दिया. वो बुरी तरह से डरी हुई थी. पीड़िता ने अपने बयान में कहा था कि वो उस समय हिलने या बोलने में असमर्थ थी. आरोपी के जाने के बाद एक नर्स आई और उसने पूछा कि चादर पर खून कैसे लग गया है, जबकि उसने अभी-अभी चादर बदली थी. दूसरी नर्स ने कहा कि शायद पीरियड्स शुरू हो गए हैं, लेकिन पीड़िता डर गई थी.
इसलिए पीड़िता ने उस वक्त किसी को कुछ नहीं बताया. 13 अप्रैल को अस्पताल ने शाम को उसको छुट्टी दे दी. वो अपने पति के साथ होटल आ गई. पति के पास आने के बाद उसने पूरी बात बताई. उन्होंने 112 डायल करके पुलिस को बुलाया. पीड़िता ने बताया, ''अस्पताल में इलाज के दौरान मेरे साथ जो हुआ, वो बहुत गलत है. मैं अस्पताल के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहती हूं." उसने कहा कि वह अपनी कंपनी की ट्रेनिंग के लिए गुरुग्राम आई थी.
यहां एक होटल में रहने के दौरान वो स्विमिंग पूल में डूब गई, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसी दौरान उसके साथ ये घृणित वारदातो को अंजाम दिया गया. गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने कहा था, "इस मामले की जांच चल रही है. हम पहले आरोपी की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं." पीड़िता का बयान कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया था.
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