कौशांबी जिले के करारी थाना क्षेत्र में एक दलित नाबालिग किशोरी को उसके ही मां-बाप ने एटा जनपद निवासी एक व्यक्ति को पांच लाख रुपये में बेच दिया और उस व्यक्ति ने किशोरी से दो दिनों तक दुष्कर्म किया।
कौशांबी के पुलिस क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि करारी थाना क्षेत्र की एक दलित नाबालिग किशोरी ने प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसके माता-पिता ने उसे किसी व्यक्ति को पांच लाख में बेच दिया था। जिले के करारी थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी 13 वर्षीय दलित किशोरी ने करारी थाने में 13 अप्रैल, 2025 की शाम को दी गई तहरीर में बताया कि कमलेश पासी एटा जनपद के एक व्यक्ति को लेकर उसके घर आता था। पीड़िता ने बताया कि गत 14 मार्च को भी कमलेश पासी एटा के उस व्यक्ति को लेकर उसके घर आया था।
तहरीर के मुताबिक, 14 मार्च को शाम करीब 7:00 बजे किशोरी के माता-पिता ने उसे खाना खिलाया जिसके बाद उसे नींद और चक्कर आने लगे और जब नींद खुली तो किशोरी एटा जनपद के निवासी उस व्यक्ति के घर पर थी। किशोरी ने उस व्यक्ति से पूछा कि वह यहां कैसे आ गई, तो उस व्यक्ति ने कहा, ''मैंने तुम्हारे मां-बाप को पांच लाख देकर तुम्हें खरीदा है।''
किशोरी ने वहां से भागने की कोशिश की तो उस व्यक्ति ने उसे बंधक बना लिया और उससे दो दिनों तक जबरदस्ती दुष्कर्म करता रहा। लेकिन किशोरी 16 मार्च को मौका पाकर रात तीन बजे दीवार फांदकर भाग निकली और किसी तरह अलीगंज स्टेशन से ट्रेन पकड़ कर कौशांबी जनपद के भरवारी रेलवे स्टेशन पर उतरी। घर पहुंचने पर उसके मां-बाप ने उसे घर में घुसने नहीं दिया और कहा कि उस व्यक्ति के पास लौट जाओ क्योंकि उन्होंने उससे पांच लाख रुपये लिए हैं। इसके बाद मारपीट कर किशोरी को घर से भगा दिया।
इसके बाद पीड़िता जिले के मंझनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी अपने फूफा के घर गई और उन्हें सारी बात बताई। अभिषेक सिंह ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर करारी थाना में पीड़िता के माता-पिता, एटा निवासी उस व्यक्ति और करारी थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति सहित चार लोगों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग दर्ज किया गया है।
पीड़िता का बयान दर्ज कराया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कमलेश चंद ने बताया कि नाबालिग को बेचने के मामले की जांच बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने भी शुरू कर दी है। समिति जल्द ही पीड़िता का दाखिला आवासीय बालिका विद्यालय में कक्षा नौ में कराएगी। चंद ने कहा कि पीड़िता आठवीं पास है और उसका संरक्षक उसकी बुआ और फूफा को बनाया जाएगा।
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