गोरखपुर: बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से साइबर सेल गोरखपुर द्वारा एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया।
यह कार्यशाला जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, गोरखपुर में आयोजित की गई, जिसमें सीमा सशस्त्र बल (SSB) गोरखपुर के अधिकारियों एवं प्रशिक्षु कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर के निर्देशन एवं पुलिस अधीक्षक अपराध के पर्यवेक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक संदीप सिंह ने किया।
उनके साथ उपनिरीक्षक विवेक कुमार मिश्रा, कांस्टेबल शशिकांत जायसवाल एवं कांस्टेबल पंकज गुप्ता की टीम ने साइबर अपराध से बचाव के उपायों पर विस्तृत चर्चा की।
कार्यशाला में ऑनलाइन शॉपिंग सुरक्षा, नकली वेबसाइटों और फर्जी ऑफर्स से सतर्क रहने की सलाह दी गई।
अज्ञात ऐप्स डाउनलोड करने और असुरक्षित वाई-फाई नेटवर्क से बचने की चेतावनी दी गई।
सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से होने वाले खतरों के बारे में बताया गया।
डिजिटल अरेस्ट जैसे झूठे दावों से सावधान रहने की सलाह दी गई, क्योंकि भारतीय कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
असत्यापित समाचारों को साझा करने से बचने की अपील की गई। म्यूल अकाउंट्स की समस्या साइबर अपराधी बैंक खातों का दुरुपयोग कर सकते हैं, इसलिए किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपना बैंक खाता न देने की सलाह दी गई।
इसके अतिरिक्त, साइबर अपराध का शिकार होने पर तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराने की जानकारी दी गई।
कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने साइबर सुरक्षा से संबंधित इस पहल की सराहना की और साइबर अपराधों से बचाव के लिए सतर्क रहने का संकल्प लिया। गोरखपुर साइबर सेल ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, जिससे साइबर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सके।
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