मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड को उसकी पत्नी मुस्कान ने ही अंजाम दिया था और 15 टुकड़े कर डाले थे। वह मर्डर केस खूब चर्चा में है और इस बीच यूपी के ही औरैया का एक मामला सुर्खियां बटोर रहा है।
15 दिन पहले ही प्रगति यादव की शादी दिलीप यादव से हुई थी। लेकिन उसका दिलीप के प्रति 'अनुराग' नहीं बन पाया और पुराने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर उसने कत्ल की साजिश रच डाली। कारोबारी दिलीप यादव को लहूलुहान हालत में पलिया गांव के एक गेहूं के खेत में पाया गया था। उसे ग्रामीणों ने तुरंत ही पास के एक अस्पताल में एडमिट कराया, जहां से इटावा ले जाया गया और फिर ग्वालियर होते हुए आगरा तक इलाज चला, लेकिन बचाया नहीं जा सका। इस मामले में परिवार को साजिश की आशंका पहले दिन से थी, लेकिन किसी को यह अंदाजा तक नहीं था कि उसकी नवविवाहिता पत्नी ने ही इसे अंजाम दिया है।
औरैया के एसपी अभिजीत एस. शंकर का कहना है कि पुलिस ने इस केस को 8 दिन के अंदर ही सुलझा लिया और इसमें सीसीटीवी फुटेज की अहम भूमिका थी। यदि यह फुटेज पुलिस को न मिल पाई होती तो शायद मामले को हल करने में लंबा वक्त लगता। पुलिस का कहना है कि प्रगति यादव ने अपने जेवर और मुंह दिखाई के पैसों से 2 लाख का इंतजाम किया था। इन पैसों को दिलीप यादव की हत्या के लिए अपने प्रेमी अनुराग को दिया था। फिर अनुराग ने एक सुपारी किलर रामजी नागर को रखा और उसे एक लाख रुपये एडवांस दिया। वादा किया था कि काम हो जाने के बाद एक लाख रुपये और देगा। उसी रामजी नागर ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया और किसी काम के बहाने बाइक पर दिलीप को ले गया और वहां उसे गोली मार दी।
वह अपनी समझ में मरा समझकर छोड़ गया था, लेकिन ग्रामीणों ने जब दिलीप को देखा तो उसकी सांस चल रही थी। इस तरह जिस प्रगति से 5 मार्च को अनुराग ने शादी की थी, उसने ही उसका कत्ल कराने की सुपारी दे दी। अंत में दिलीप यादव की तीन दिन इलाज के बाद भी मौत हो गई। शुरुआत में दिलीप के भाई ने हत्या के प्रयास का जो केस दर्ज कराया था, वह अपने आप ही हत्या में तब्दील हो गया। पुलिस ने इस केस की जांच के लिए पूरे इलाके के तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इनमें से एक सीसीटीवी में रामजी नागर की बाइक पर दिलीप को बैठे देखा गया। वह दिलीप को किसी काम के बहाने से बाइक पर बिठाकर खेतों की ओर ले जा रहा था। यहीं से पुलिस को जांच में वह सिरा हाथ लग गया, जिसने पूरे केस को ही खोल कर रख दिया।
कैसे सुपारी किलर ही उगलने लगा सारे राज
पुलिस ने रामजी नागर को गिरफ्तार किया और सख्ती से पूछताछ हुई तो वह सारे राज उगलने लगा। अब तक मिली जानकारी के अनुसार प्रगति यादव और अनुराग बीते 4 सालों से प्रेम संबंध में थे। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन परिजनों ने दूसरी जगह करा दी। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले परिजनों का कहना है कि प्रगति की प्लानिंग थी कि दिलीप पैसे वाला है। इसलिए शादी कर ली जाए और फिर उसे मारकर उसकी संपत्ति पर ही अनुराग के साथ ऐश करेगी। यह पूरा प्लान मेरठ के मुस्कान और साहिल जैसा था। प्रगति ने पूछताछ में भी बताया है कि उसकी शादी 5 मार्च को जबरन ही दिलीप से कराई गई थी, लेकिन वह अनुराग को भूल नहीं पा रही थी। उससे लगातार संपर्क में भी थी और अंत में उसके साथ मिलकर पति के कत्ल की ही साजिश रच डाली।
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