इस मामले में ठेकेदार सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और होटल से तीन लड़कियों को भी हिरासत में लिया गया है। एएचटीयू ने टीपीनगर थाने में मामला दर्ज किया है.
होटल का किराया और गतिविधियाँ
एवी होटल, जो परतापुर बाईपास के पास स्थित है, को जोगेंद्र नामक व्यक्ति ने किराए पर लिया था। होटल को अर्जुन नामक व्यक्ति ने दो लाख रुपये प्रति माह पर लिया था। स्थानीय निवासियों ने लंबे समय से होटल में चल रहे इस अवैध धंधे की सूचना अधिकारियों को दी थी.
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियाँ
एसएसपी के निर्देश पर एएचटीयू और टीपीनगर पुलिस ने होटल पर छापेमारी की। इस दौरान ठेकेदार अर्जुन और पांच ग्राहकों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए ग्राहकों में छोटू, जीतू, तरुण, अंकित और मुकेश शामिल हैं। सभी गिरफ्तार ग्राहक और लड़कियाँ असम से हैं, और पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्हें तीन से पांच दिन की बुकिंग पर बुलाया गया था.
व्हॉट्सऐप ग्रुप का संचालन
अर्जुन ने एक व्हॉट्सऐप ग्रुप बनाया था, जिसमें तीन हजार से अधिक लोग जुड़े हुए थे। इस ग्रुप में लड़कियों की तस्वीरें और वीडियो साझा की जाती थीं, साथ ही उनके रेट भी बताए जाते थे। बुकिंग के बाद लड़कियों को असम से बुलाया जाता था, और यदि बुकिंग बढ़ती थी, तो वे होटल में रुकती थीं.
छूट और विशेष प्रावधान
ग्रुप पर लड़कियों के साथ बिताए जाने वाले समय के लिए अलग-अलग रेट निर्धारित किए गए थे, जो 500 से लेकर 5000 रुपये तक थे। त्योहारों या विशेष अवसरों पर छूट भी दी जाती थी, कभी-कभी 20 से 25 प्रतिशत तक। छात्रों के लिए विशेष प्रावधान भी किए गए थे, जिसमें उनके लिए अलग रास्ता खोला गया था.
चौकी प्रभारी की भूमिका पर सवाल
इस धंधे में चौकी प्रभारी की संलिप्तता की बात भी सामने आई है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक उनकी भूमिका की पुष्टि नहीं की है। इंस्पेक्टर सुबोध सक्सेना ने बताया कि चौकी प्रभारी की जांच की जाएगी। एसएसपी डॉ. विपिन डाडा ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है और चौकी प्रभारी की भूमिका की भी जांच की जाएगी.
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