बिहार में पिछले 8 साल से शराबबंदी लागू है. पुलिस प्रशासन को इस नियम का पालन करवाने की जिम्मेदारी दी गई है. पुलिसकर्मी ही शराब के नशे में मिले तो फिर शराबबंदी बेअसर होना स्वभाविक है.ऐसा ही मामाला बिहार के मधेपुरा जिले के एक थाने में सामने आया. मधेपुरा एसपी डॉ. संदीप सिंह तीन जनवरी की रात गम्हरिया थाना में औचक निरीक्षण करने पहुंचे. एसपी को अचानक देखकर पुलिसकर्मियों में अफरा-तफरी मच गई. थाने में कुछ लोग बैठे हुए थे जो एसपी को देखकर वहां से भाग खड़े हुए.
एसपी ने थाने के ड्यूटी रोस्टर समेत कई चीजों का मुआयना किया. इस दौरान दरोगा और एक सिपाही नशे की हालत में मिले. एसपी संदीप सिंह बेहद नाराज हुए. उन्होंने दोनों को तत्काल सस्पेंड कर दिया. दोनों ने खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी. एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया.
दरअसल, गम्हरिया थाना पहुंचने के दौरान सिंहेश्वर-सुपौल स्टेट हाइवे पर एसपी को कहीं पर भी पुलिस गश्ती नजर नहीं आई. औचक निरीक्षण के दौरान ड्यूटी में लगाए गए दो पुलिस पदाधिकारी पीटीसी मो. वासिद खान और एसआई मनोज कुमार नशे की हालत में मिले. एसपी ने ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट करवाया. जांच में दोनों के शराब पीने की पुष्टि हुई. दोनों के खिलाफ गम्हरिया थाना में रिपोर्ट दर्ज कर की गई. फिर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों पुलिस पदाधिकारी को तत्काल सस्पेंड करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई.
एसपी के निर्देश पर दोनों को पुलिस सदर अस्पताल लेकर पहुंची. ब्लड सैंपल लेकर जांच की गई. रातभर दोनों को सदर थाना जेल में रखा गया. शनिवार दोपहर दोनों को कोर्ट में पेश किया गया. एसपी के एक्शन की हर तरह चर्चा हो रही है.
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