मवाना। हस्तिनापुर रोड पर पक्का तालाब मोड के पास रात करीब 8:00 बजे कोयले से लदे ट्रक ने ई-रिक्शा में टक्कर मार दी। हादसे में ई-रिक्शा चालक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि उसका दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया।चालक ट्रक मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। परिजनों ने आला अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग करते हुए हंगामा किया। करीब आधे घंटे तक शव पुलिस को नहीं सौंपा। बाद में पुलिस परिजनों को समझाकर शव लेकर सीएचसी पहुंची।
मोहल्ला तिहाई जुड्डी निवासी अंकुर (20) पुत्र रतन सिंह ई-रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण कर रहा था। रात करीब 8:00 बजे के आसपास अंकुर अपने दोस्त नितिन पुत्र सतीश निवासी जुड्डी के साथ ई-रिक्शा लेकर कुछ सामान लेकर लौट रहा था। वह पक्का तालाब मोड को पारकर आगे बढ़े तो सामने से आ रहे कोयले से लदे ट्रक ने टक्कर मार दी।हादसे में ई-रिक्शा चालक अंकुर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका साथी नितिन घायल हो गया। घटना के बाद चालक ट्रक को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। घायल नितिन को सीएचसी भिजवाया गया। हादसे की जानकारी मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे तथा आला अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग करते हुए हंगामा किया।
सूचना पर थाना प्रभारी राजेश कांबोज पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। काफी देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। बामुश्किल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सीएचसी भिजवाया। थाना प्रभारी ने बताया कि तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। अपर न्यायिक तहसीलदार जितेंद्र कुमार सीएचसी पहुंचे तथा परिजनों को आश्वासन दिया कि जो भी संभव होगा, पीड़ित परिवार की मदद कराई जाएगी।
हादसा सीसीटीवी कैमरे में कैद
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में ई-रिक्शा चालक रोडवेज बस को ओवरटेक करने के दौरान सामने से आ रहे ट्रक की चपेट में आ गया। कुछ दूर तक ई-रिक्शा ट्रक की टक्कर लगने के बाद घिसटता चला गया।
परिजनों का रोकर बुरा हाल
अंकुर का एक भाई और दो बहनें हैं। अंकुर का बड़ा भाई विकास, बहन आरती तथा छोटी बहन नेहा हैं। सभी अविवाहित हैं। अंकुर के पिता व भाई मजदूरी करते हैं। बहन आरती दिव्यांग है। अंकुर की मौत से पिता, मां कृष्णा और बहनों का रोकर बुरा हाल है।
न्यायालय में डाला जाएगा परिवाद
अधिवक्ता आदेश कुमार शर्मा ने कुछ माह पहले पीडब्ल्यूडी को ऑनलाइन शिकायत करते हुए कहा था कि उक्त स्थान पर सालभर में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इन्हें रोकने के लिए मोड के दोनों ओर स्पीड ब्रेकर बनवाए जाएं। ताकि लोग यहां अपने वाहनों की गति धीमी कर सकें। पीडब्ल्यूडी ने जवाब दिया कि सुरक्षा चिह्न लगाए जाने की अनुमति ली जा रही है। बृहस्पतिवार को हादसे के दौरान अधिवक्ता आदेश कुमार शर्मा थाना प्रभारी से मिले और उक्त क्षेत्र को ब्लैक स्पॉट जोन घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में क्षेत्र के लोगों की मदद से पीडब्ल्यूडी की लापरवाही के विरोध में न्यायालय में परिवाद डाला जाएगा।
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