- सामूहिक हत्याकांड में नया खुलासाः इसलिये हुआ दंपती और तीन बेटियों का कत्ल-जानें पूरी कहानी | सच्चाईयाँ न्यूज़

बुधवार, 15 जनवरी 2025

सामूहिक हत्याकांड में नया खुलासाः इसलिये हुआ दंपती और तीन बेटियों का कत्ल-जानें पूरी कहानी


 मेरठ सामूहिक हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने शनिवार को भी दिनभर 32 लोगों से पूछताछ की। पुलिस को कई जानकारियां हाथ लगी हैं।मेरठ में दंपती और तीन बेटियों की नृशंस हत्या तंत्र-मंत्र, संपत्ति, अवैध संबंध और परिवार विवाद में हुई है। नामजद मुख्य आरोपी नईम मौलाना शातिर अपराधी है और तंत्र-मंत्र करके लोगों से ठगी करता है। किठौर, रुड़की और लिसाड़ीगेट तक हत्याकांड का कनेक्शन है। नईम और उसके रिश्तेदार सहित तीन आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने तीनों के मोबाइल की कॉल डिटेल से काफी महत्वपूर्ण जानकारी जुटा ली। शनिवार दिनभर पुलिस ने परिवार के 32 लोगों से पूछताछ की।

तांत्रिक नईम मौलाना पर सबसे ज्यादा फोकस

हत्याकांड में किसकी, कितनी और क्या भूमिका है, इसका भी पता लगाया। परिवार के सदस्य का किससे क्या रिश्ता है और कितना किसके यहां पर आना जाना है, इसके बारे में पुलिस ने जानकारी जुटाई। हत्याकांड के पीछे मुख्य वजह क्या है, इसको लेकर परिवार के सदस्यों ने अलग-अलग कहानी पुलिस को बताई। इसमें सबसे ज्यादा फोकस तांत्रिक नईम मौलाना पर रहा।

रात में आठ घंटे गायब रहा मोइन

घटना वाले दिन रात में ही सुहेल गार्डन में मोईन के घर पर नईम का जाना। रात में आठ घंटे गायब रहना और फिर घटनाक्रम के बाद बेटे से मोबाइल पर बातचीत करने के बाद अपना मोबाइल बंद करके भाग जाने ने नईम पर शक गहराया है। नजराना और तसलीम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ जारी है।

तंत्र-मंत्र

तांत्रिक नईम तीन-चार साल से नासिक में ज्यादा रहता है। किठौर, रुड़की और लिसाड़ीगेट में उसका आना जाना लगा रहता है। परिवार, रिश्तेदार भी नईम को मौलाना कहकर ही बोलते है। एसएसपी के मुताबिक लिसाड़ीगेट में नईम ने तंत्र-मंत्र कर कई लोगों से ठगी की। नासिक में उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज होना बताया। उसके साथ एक रिश्तेदार रहता है, जिसको वह दत्तक पुत्र कहता है। तंत्र-मंत्र को उसने अपना पेशा बना लिया। दंपती के साथ एक साल, चार साल और आठ साल की मासूम बेटियों की हत्या के पीछे तंत्र-मंत्र क्रिया भी हो सकती है। नशीला पदार्थ खिलाकर परिवार की हत्या होने का अंदेशा है। एसएसपी के मुताबिक पूछताछ में परिवार के एक सदस्य ने बताया कि नईम अक्सर कहता था कि बलि देकर बड़ा बना जाता है। उसके लिसाड़ीगेट के कई तांत्रिकों से संबंध है, जोकि तंत्र मंत्र करके लोगों को ठगते है।

परिवार विवाद

किठौर निवासी नसीर का पहला निकाह 65 साल पहले हमीदन से हुआ, जिससे 5 बेटे सलीम, मोईन, कलीम, मोमिन, अमजद, चार बेटी है। नसीर ने दूसरा निकाह नजरीन से किया, जिससे दो बेटे नईम, तसलीम व दो बेटी है। दूसरा निकाह कर नसीर अपने परिवार के साथ करीब 40 साल पहले रुड़की में पुहाना कस्बा में शिफ्ट हो गए। मोईन ने भी तीन निकाह किए। तीसरी पत्नी आसमा था, जिसकी तीनों बेटियों के साथ मोईन डेढ़ महीने पहले ही लिसाड़ीगेट के सुहेल गार्डन में आकर बसे थे। मुख्य आरोपी नईम के चार निकाह हुए। एक पत्नी किठौर, दूसरी रुड़की, तीसरी लिसाड़ीगेट और चौथी नासिक महाराष्ट्र में होना बताया है। इनके अलावा निकाह के मामले में अन्य भाइयों व परिवार का भी कुछ ऐसा ही रिकॉर्ड है। कई-कई निकाह होने और पैतृक संपत्ति का हिस्सेदारी को लेकर परिवार के लोगों में दूरी बनी है। एक दूसरे परिवार में शादी होने के चलते भी रिश्तों में भी खटास है।

संपत्ति विवाद

रुड़की की संपत्ति बेचकर मोईन ने लिसाड़ीगेट के सुहेल गार्डन और फतेहउल्लापुर में प्लाॅट खरीदे। रुड़की में छोटा भाई अमजद अक्सर मोईन के साथ ही रहता था। अमजद जेल चला गया, जिसके बाद मोईन अपनी परिवार के साथ सुहेल गार्डन में बस गया। अमजद की पत्नी नजराना भी अपने बच्चों को लेकर सुहेल गार्डन के पास ही रहने लगी। जमानत कराने के लिए चार लाख रुपए मोईन ने नजराना को देकर प्लॉट का हिस्सा खत्म कर दिया। इस पर नजराना भी मोईन से नाराज हो गई। उधर, तांत्रिक नईम भी मोईन से रंजिश रखने लगा क्योंकि मोईन ने रुड़की में टाटा मैजिक चलाया था। इसमें नईम ने भी पैसे दिए थे। लाखों का प्लॉट उसने अपने नाम करा लिया। दंपती के साथ तीनों बेटियों की हत्या के बाद संपत्ति परिवार के सदस्यों को ही मिलेगी। हत्याकांड में परिवार के कौन-कौन शामिल है, इसकी पड़ताल चल रही है।

दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान और महाराष्ट्र में पुलिस का डेरा

एसएसपी विपिन ताडा ने नईम और उसके दत्तक पुत्र की तलाश में पुलिस की चार टीम गठित करनी बताई है। आरोपियों का कनेक्शन दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान और महाराष्ट्र में है। पुलिस ने चारों राज्यों में डेरा डाला हुआ है। आरोपी के अपराध की कुंडली दूसरे राज्यों में भी खंगाली जा रही है।

मेरठ में दंपती और तीन बेटियों की हत्या

मेरठ के लिसाड़ीगेट के सुहेल गार्डन में राजमिस्त्री मोईन उर्फ मोईनुद्दीन (52), उनकी पत्नी आसमा (45) और उनकी तीन बेटियां अफ्सा (8), अजीजा (4) और अदीबा (1) की पत्थर काटने वाली मशीन से गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। बृहस्पतिवार रात 8:30 बजे मोईनुद्दीन के दो भाई वहां पहुंचे तो अंदर का मंजर देखकर उनकी चीख निकल गई। बेड के पास मोईन और बेड के अंदर बॉक्स में उनकी पत्नी और तीनों बेटियों के रक्तरंजित शव मिले। जानकारी लगते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए। देर रात तक हत्यारों की तलाश की जा रही थी। हत्याकांड के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है।

किराए वाले घर के गेट पर लगा था ताला

एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि मोईनुद्दीन डेढ़ महीने पहले रुड़की से परिवार के साथ सुहेल गार्डन में आए थे। 30 गज का मकान किराए पर लिया। मकान के बराबर में प्लॉट खरीदकर वो अपने मकान का निर्माण करा रहे थे। बृहस्पतिवार को निर्माणाधीन मकान पर मोईनुद्दीन और उनका परिवार नहीं दिखाई दे रहा था, जबकि बुधवार को ही निर्माणाधीन मकान में लिंटर डाला गया था। मोईन के भाई उन्हें फोन कर रहे थे, मगर फोन नहीं उठ रहा था। इसके चलते रात में मोईनुद्दीन के भाई तसलीम और मोबीन सुहेल गार्डन पहुंचे। मोईन के किराए वाले घर के गेट पर ताला लगा था।

बोरियों में बंद थे दोनों छोटी बच्चियों के शव

अनहोनी की आशंका में ताला तोड़कर वह घर में घुसे तो बेड के पास चादर में लिपटी मोईन की लाश पड़ी थी। चादर की गठरी से बनाई हुई थी। खून के निशान देखकर बेड का बॉक्स खोलकर देखा तो बाकी चारों लाशें वहां थीं। दोनों छोटी बच्चियों के शव बोरियों में बंद थे। परिवार के पांच लोगों की हत्या का पता लगते ही भीड़ मौके पर पहुंच गई। सूचना पर पुलिस अधिकारी पहुंचे। पुलिस ने मकान को सील कर दिया और फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच शुरू कर दी। एडीजी मेरठ जोन डीके ठाकुर, डीआईजी कलानिधि नैथानी और एसएसपी विपिन ताडा पुलिस फोर्स के साथ देर रात तक छानबीन करते रहे।

अंदेशा, पहले मोईनुद्दीन, फिर परिवार को मार डाला

पत्थर काटने वाली मशीन से परिवार के पांचों लोगों का गला काटा गया है। मौके पर खून से सनी पत्थर काटने वाली मशीन मिली। फॉरेंसिक टीम ने मशीन को कब्जे में ले लिया है। अंदेशा जताया गया कि बदमाशों ने पहले मोईनुद्दीन की हत्या की और उसके बाद परिवार को मार डाला। पुलिस अधिकारियों ने क्राइम सीन भी किया है। आसपास के लोगों से पुलिस ने जानकारी जुटाई कि आखिर मोईनुद्दीन और उसका परिवार आखिरी बार कब देखा था। पुलिस के पहुंचने से पहले तसलीम और मोमिन ने अपने भाई, भाभी और तीनों भतीजियों के शव देख थे। पुलिस ने भी दोनों भाईयों से उनकी पहचान कराई।

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