गढ़ रोड पर पिछले करीब चार साल से चौड़ीकरण और विस्तारित कारण का काम चल रहा है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की ओर से इसका जिम्मा टाटा कंपनी को दिया गया है। काम की बेहद सुस्त रफ्तार पर लगातार नोटिस देने के बावजूद कोई सक्रियता और तेजी ना दिखाने पर एनएचएआई की ओर से कंपनी को टर्मिनेशन नोटिस जारी कर दिया गया।शहर के चारों ओर हाईवे का जाल बिछ रहा है। गढ़ रोड, मवाना रोड और हापुड़ रोड आदि का चौड़ीकरण चल रहा है, वहीं हापुड़ रोड पर बिजौली गांव के पास गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण भी अंतिम चरण में पहुंच रहा है। मेरठ से गढ़मुक्तेश्वर तक (एनएच 709 ए) सड़क का चौड़ीकरण और विस्तारीकरण किया जा रहा है।
इसके लिए 26 अगस्त 2021 को टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड से करार किया गया था। एनएचएआई के चीफ जनरल मैनेजर (दिल्ली एनसीआर) की ओर से कंपनी को टर्मिनेशन नोटिस जारी किया गया है।
कहा है कि 954.90 करोड़ के काम कंपनी को अलॉट किए गए थे। इसके सापेक्ष बीते दिसंबर तक केवल 51 फीसदी प्रोग्रेस करते हुए केवल 462.008 करोड़ के ही काम किए गए। अथॉरिटी की ओर से कार्य के प्रगति को लेकर लगातार नाराजगी जताते हुए इसमें तेजी के भी निर्देश दिए गए लेकिन कंपनी की ओर से बहुत ज्यादा सक्रियता और तेजी नहीं दिखाई गई।
10 अक्तूबर 2023 को यह सभी कार्य पूरे होने थे लेकिन मानसून, अधिक बारिश आदि का हवाला देते हुए मियाद बढ़ाने की सिफारिश की गई थी। ऐसे में 11 अक्टूबर 2024 को कंपनी को 60 दिन में पक्ष रखने के लिए भी नोटिस जारी किया गया था। पत्र में कहा गया है कि कंपनी की ओर से फाउंडेशन, सब स्ट्रक्चर, री वॉल कंस्ट्रक्शन, लेवलिंग, बिटुमिन के काम और कोटिंग आदि अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं। ऐसे में टर्मिनेशन नोटिस जारी कर दिया गया .है।
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