पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दो दिन सर्दी से राहत के बाद फिर कोहरे ने दस्तक दे दी। मंगलवार को दिनभर जहां धूप खिली रही, वहीं देर रात से ही कोहरा छा गया। बुधवार सुबह घने कोहरे ने शहर को अपने आगोश में ले लिया।सुबह से ही इतना ज्यादा कोहरा था कि 10 मीटर की दूरी पर भी कुछ नहीं दिखाई दे रहा था। दिल्ली-देहरादून हाईवे पर वाहन रेंगते हुए नजर आए और लाइट जलाकर वाहनों को निकलना पड़ा। मेरठ समेत मुजफ्फरनगर, बागपत व शामली जिले में भी सर्दी और कोहरे का कहर जारी रहा।
मेरठ में 10 मीटर से कम रही दृश्यता
आधा जनवरी बीत चुका है लेकिन मौसम के तेवर अभी ढीले नहीं हुए। लगातार ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मेरठ में दो दिन तक कोहरा कम पड़ने के बाद बुधवार सुबह से कोहरे ने शहर को अपने आगोश में ले लिया। कोहरा इतना ज्यादा था कि 10 मीटर की दूरी पर भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे थे।
दिल्ली-देहरादून हाईवे पर सुबह 9 बजे तक भी वाहनों की संख्या कम थी और लाइट जलाकर वाहन स्वामियों को निकलना पड़ रहा था। कोहरे और हवा के चलते सर्दी का सितम इतना ज्यादा था कि घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा था।
अगले कुछ दिन ऐसा रहेगा मौसम
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि सुबह के समय कोहरा अभी बना रहेगा। रात में भी ठंड का असर दिखाई देगा दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट के आसार बने हुए हैं। ठंड का दौर अभी ऐसे ही बना रहेगा।
कई दिन बाद खुले स्कूल छोटे बच्चों को हुई दिक्कत
कई दिन बाद बुधवार को स्कूल खुले तो छोटे बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कोहरा इतना ज्यादा था कि बच्चों और अभिभावकों को परेशनी उठानी पड़ी। सुबह के समय लगातार कोहरा बढ़ता चला गया। स्कूल खुलने के समय पर भी घना कोहरा था। स्कूल खुलने पर अभिभावक और बच्चे परेशान नजर आए।
बिजनौर में छाया कोहरा, कम ही बच्चे पहुंचे स्कूल
बिजनौर जनपद में 15 दिन बाद स्कूल खुले तो बच्चे स्कूल पहुंचे, लेकिन सूरज पर कोहरे का पहरा रहा और सड़कों पर अंधेरा छा गया। सुबह से ही घना कोहरा होने के कारण बच्चे कंपकंपाते हुए स्कूल पहुंचे। धामपुर क्षेत्र में स्थित प्राईमरी स्कूल में छात्रों की संख्या मात्र आठ रही। वहीं हाईवे पर वाहन रेंगते नजर आए। सुबह से समय दृश्यता काफी कम रही।
जमालपुर पठानी जूनियर हाईस्कूल की प्रधानाध्यापिका ने बताया विद्यालय में 120 बच्चे पंजीकृत हैं। मात्र 12 बच्चे स्कूल पहुंचे। वहीं प्राथमिक विद्यालय जमालपुर पठानी की दोनों अध्यापिका ने बताया कि 120 बच्चे विद्यालय में पंजीकृत हैं। कोहरे व सर्दी के कारण मात्र 12 बच्चे विद्यालय पहुंचे। गजरौला अचपल जूनियर हाईस्कूल में 160 बच्चे पंजीकृत हैं। मात्र 15 बच्चे विद्यालय आए
सहारनपुर में सीजन का सबसे घना कोहरा आज
सहारनपुर में अब तक के सीजन का सबसे अधिक कोहरा छाया रहा। सुबह से ही घने कोहरे ने शहर को अपने आगोश में ले लिया। बच्चे भी सर्दी और कोहरे के बीच स्कूल पहुंचे। वहीं दिन में वाहन चालकों को लाइट जलाकर मार्गों से गुजरना पड़ा। जगह जगह लोग ठंड से बचने के लिए अलाव जलाकर हाथ सेंकते नजर आए। वहीं हाईवे पर रोडवेज की एक बस पलट गई , जिसमें कई यात्री चोटिल हुए हैं।
कोहरे से जनजीवन प्रभावित, ठिठुरते हुए स्कूल गए बच्चे
मुजफ्फरनगर में मंगलवार देर रात शुरू हुआ कोहरा बुधवार सुबह तक छाया रहा। एक पखवाड़े के बाद बुधवार को स्कूल खुले तो सुबह के समय कोहरा और सर्दी के कारण बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। हाईवे के साथ ही शहर में भी दस मीटर तक दूरी पर कुछ दिखाई नही दे रहा था। जानसठ, तितावी क्षेत्र में कोहरे में कई वाहन आपस में टकरा गए। इन हादसों में पांच लोग घायल हुए। पीनना के पास कोहरे के कारण ट्रक पलट गया।
बागपत में भी कोहरे के कड़े तेवर
बागपत जनपद में कोहरे और पाले के साथ साथ शीतलहर ने लोगों को ठिठुराया। ठंड से बचाव के लिए लोगों ने अलाव का सहारा लिया। इंसानों के साथ साथ पशु पक्षी भी ठंड से कांपते नजर आए।
शामली में सर्दी का सितम जारी, छाया घना कोहरा
शामली में भी सर्दी का सितम बरकरार रहा। यहां भी 15 दिन बाद स्कूल खुले। जिले में विभिन्न स्कूलों में बच्चे ठिठुरते हुए पहुंचे। हालांकि स्टूडेंट्स की संख्या आम दिनों की अपेक्षा काफी कम रही। मार्गो में वाहन चलाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
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