गुजरात में शराबबंदी को शर्मिंदा करने वाला बयान सामने आया है। अकोटा पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने बताया कि वडोदरा जिले के पादरा तालुका के कार्यकारी मजिस्ट्रेट को अरेस्ट किया गया है।उन को शराबबंदी के मामले में गिरफ्तार किया गया है और पुलिस ने आरोपी की पहचान नरेश वनकर के तौर पर की है। यह पूरा का पूरा वाकया मंगलवार की रात का है। वडोदरा सिटी कंट्रोल रूम को एक कॉल मिली की एक कार गड्डे में फंस गई है और कार का ड्राइवर बेहोश है।
अकोटा पुलिस स्टेशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो वह कार के ड्राइवर को देख कर हैरान रह गए। वह गाड़ी में अकेला था और पूरे तरह से नशे की हालत में था। अकोटा पुलिस इंस्पेक्टर वाईजी मकवाना ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ड्राइवर की पहचान नरेश वनकर के तौर पर हुई है। मकवाना ने बताया कि हमने एनेलाइजर टेस्ट भी किया और पता चला कि उसने शराब पी रखी है। इसके बाद हमने उसे गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं बाद में प्रक्रिया के तहत उसे जमानत दे दी गई।
आरोपी को मिली जमानत
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमें आरोपी की कार से शराब की एक खाली बोतल भी मिली है। मकवाना ने कहा कि वनकर ने कथित तौर पर जेतलपुर रोड के किनारे एक खाई में गाड़ी चलाई और वह कार को बाहर नहीं निकाल पाया। उन्होंने कहा कि इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ है। यह घटना ऐसे वक्त पर सामने आई है जब राज्य में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी खुद नशे के खिलाफ जंग छेड़े हुए हैं।
कलेक्टर ने किया सस्पेंड
इस मामले पर वडोदरा जिले के कलेक्टर ने संज्ञान लिया है। वडोदरा के कलेक्टर बीजल शाह ने तहसीलदार नरेश वनकर को निलंबित कर दिया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि कलेक्टर ने पादरा तालुका के उप मामलतदार नरेश भाई वनकर को लोक सेवक के अनुरूप आचरण ना करने की वजह से सस्पेंड करने का फैसला लिया है। बता दें कि गुजरात राज्य में काफी पहले से ही शराबबंदी लागू है। इसके बावजूद शराब की तस्करी, अवैध बिक्री व इस्तेमाल रुक नहीं रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि गुजरात पुलिस के स्टेट मॉनीटरिंग सेल (एसएमसी) ने साल 2024 में 22.51 करोड़ की देशी-विदेशी शराब जब्त की है। एक जनवरी से 31 दिसंबर 2024 के दौरान 455 केस दर्ज करते हुए 22.51 करोड़ की शराब जब्त की गई थी। जंगल में कुछ भी हो सकता है! तेंदुए ने किया काले हरण का ऐसा शिकार पढे़ें पूरी खबर…
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