एसटीएफ मेरठ फील्ड यूनिट और आर्मी इंटेलिजेंस मध्य कमान ने संयुक्त कार्रवाई के तहत अग्निवीर भर्ती के नाम पर हो रहे एक बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से भर्ती से जुड़े कुछ कागजात भी मिले हैं।सदर बाजार थाने में कुल चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ ने जाल बिछाया है। एसटीएफ को पिछले दिनों सूचना मिली कि भारतीय सेना और अग्निवीर में फर्जी तरीके से भर्ती कराकर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाला एक गिरोह सक्रिय है। सभी यूनिटों को लगाया गया, जिसके बाद शुक्रवार देर रात एसटीएफ को सूचना मिली कि गिरोह का एक सदस्य कुछ अभ्यर्थियों को लेकर आर्मी हॉस्पिटल से पहले तेल डिपो के निकट मौजूद है। एसटीएफ ने सेना से संपर्क साधा और सूचना की पुष्टि कराने के बाद आरोपी की घेराबंदी कर दी। इसके बाद आर्मी इंटेलिजेंस मध्य कमान के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन में एसटीएफ ने आरोपी को एक कार से धर दबोचा। पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान बागपत के छपरौली गांव हेवा निवासी राहुल पुत्र प्रीतम सिंह के रूप में कराई। उसके पास से अग्निवीर भर्ती के चयनित अभ्यर्थियों की फर्जी लिस्ट और कुछ फर्जी एडमिट कार्ड भी बरामद हो गए। पूछताछ में राहुल ने अपने गिरोह का खुलासा किया है जो लम्बे समय से यह फर्जीवाड़ा करता आ रहा था। उसने तीन साथियों की पहचान राजू पटेल, सुमित और सोमवीर के रूप में कराई है। सुमित आरोपी के गांव का है जबकि अन्य दोनों बिहार और हरियाणा के रहने वाले हैं। चारों के खिलाफ शुक्रवार देर रात में ही सदर बाजार थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। एसटीएफ जल्द पूरे मामले से पर्दा उठाएगी।
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