फेसबुक पर वैष्णो देवी का पांच रुपये वाला सिक्का 15 लाख रुपये में खरीदने की रील देखकर मेडिकल क्षेत्र के कालियागढ़ी निवासी दीपक राज साइबर अपराधियों के जाल में फंस गया। साइबर अपराधियों ने उससे 1.04 करोड़ रुपये ठग लिए।पीड़ित ने 20 प्रतिशत के ब्याज पर उधार लेकर और पत्नी के आभूषण गिरवी रखकर रुपये जुटाए। ये रुपये पीड़ित ने आरोपियों के बताए बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए दीपक राज ने बताया कि उन्होंने फेसबुक पर रील देखकर मोबाइल नंबर पर कॉल की। अविनाश यादव नाम के व्यक्ति ने कॉल रिसीव कर कहा कि हमारे यहां वैष्णो देवी का पांच रुपये का सिक्का 15 लाख में खरीदा जाता है। यह खरीद-फरोख्त आरबीआई के नियमों के तहत होती है। उनके पास तीन सिक्के थे, लालचवश वह आरोपियों के झांसे में आ गए। आरोपियों ने आरबीआई की मुहर लगे एक फार्म पर दीपक राज की फोटो चस्पा कर 750 रुपये मंगाए।
दीपक राज ने 25 नवंबर को 750 रुपये शाइस्ता खान के मोबाइल नंबर पर ट्रांसफर कर दिए। अगले दिन प्रमिल कुमार नाम के व्यक्ति का फोन आया कि वह 45 लाख रुपये लेकर मेरठ आ गया है। कंपनी से परमिशन ई-मेल कराने पर आपको यह रकम सौंप दी जाएगी। इस पर दीपक राज ने अविनाश यादव को फोन कर परमिशन की ई-मेल करने के लिए कहा। आरोपी ने कहा कि इसके लिए 13,700 रुपये भेजने होंगे। दीपक राज ने उसके बताए बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए।
आयकर तो कभी जीएसटी के नाम पर ठगे रुपये
प्रमिल ने बताया कि उनके पास 95% की ई-मेल आई है। रकम 100% की ई-मेल पर मिलेगी। इस पर उन्होंने अविनाश यादव को कॉल की तो उसने कहा कि 25 लाख रुपये आयकर भरने पर ई-मेल भेजी जाएगी। पीड़ित ने 20 प्रतिशत के ब्याज पर 25 लाख रुपये लेकर उसके बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपी ने 99% की मेल भेजी और 45 लाख रुपये की जीएसटी जमा करने के लिए कहा। पीड़ित ने अपनी पत्नी के सभी आभूषण गिरवी रखकर 20% के ब्याज पर रकम लेकर 45 लाख रुपये भी ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद भी प्रमिल ने उनसे 20,200 रुपये होटल की पेमेंट कराई। इसी तरह कुल 1.04 करोड़ रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद उनसे टीडीएस के नाम पर बड़ी रकम मांगी जाने लगी।
दीपक राज ने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपियों ने देने से साफ इन्कार कर दिया। एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई है, उनकी डिटेल जुटाई जा रही है। रकम फ्रीज कराने के लिए बैंकों को रिपोर्ट भेजी गई है।
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