उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने एक लाख के इनामी बदमाश मनप्रीत सिंह उर्फ सन्नी को गिरफ्तार किया है। हस्तिनापुर क्षेत्र के किशनपुर में 6 जनवरी 2024 की रात चुनावी रंजिश के चलते गुरुद्वारा साहिब में तीरथ सिंह की हत्या कर दी गई थी।वह गांव के प्रधान दिलदार सिंह की भी हत्या करने की फिराक में था। दिलदार पहले मनप्रीत के दोस्त थे, लेकिन किसी बात को लेकर दोनों दुश्मन बन गए थे।
एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि हस्तिनापुर निवासी मनप्रीत ने गांव में दोस्त दिलदार सिंह को प्रधानी पद चुनाव लड़ने में समर्थन किया। दिलदार सिंह चुनाव जीत गए। हालांकि किसी काम को लेकर दोनों के बीच रंजिश हो गई। इसके बाद मनप्रीत ने दिलदार सिंह के करीबी व रिश्तेदार तीरथ सिंह की हत्या कर दी।
हत्या में मनप्रीत का साथी कुलदीप सिंह भी साथ था। इसके बाद वह दिलदार की हत्या करने की फिराक में था। इसको लेकर सज्जन नामक व्यक्ति से संपर्क भी किया था। उसने अवैध हथियार खरीदने के लिए पैसे दिए। उन पैसों से मध्य प्रदेश के इंदौर से अवैध हथियार खरीद लिया था, लेकिन हत्या करने से पहले ही एसटीएफ ने दबोच लिया।
कई बार गया जेल, जमानत पर आया बाहर
मनप्रीत कई बार जेल जा चुका है। आठवीं पास आरोपी वर्ष 2012-13 में गांव के लड़कों के साथ दिल्ली आ गया था। यहां बाइक चोरी व मोबाइल छिनैती शुरू कर दी। जनवरी 2014 में दिल्ली पुलिस ने कुलजीत सिंह के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। करीब चार माह जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आ गया और फिर से लूटपाट शुरू कर दी। वर्ष 2016 में दिल्ली पुलिस ने फिर जेल भेज दिया। उसमें भी जमानत पर बाहर आ गया। वर्ष 2017-18 में पुलिस ने तीसरी बार गिरफ्तार कर जेल भेजा। उस पर मेरठ और दिल्ली के थानों में करीब 25 मुकदमे दर्ज हैं।
पांच लोगों के खिलाफ दर्ज कराया था मुकदमा
तीरथ सिंह की हत्या में मृतक के पिता ने पूर्व प्रधान सज्जन सिंह, परमजीत सिंह उर्फ गुल्ला, कुलदीप सिंह उर्फ मकड़ी, सुरजीत उर्फ टिटौनी और मनप्रीत सिंह उर्फ सन्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने चार लोगों को तभी जेल भेज दिया था, जबकि मनप्रीत तभी से फरार चल रहा था। पहले उस पर 25 हजार, फिर 50 हजार और बाद में एक लाख का इनाम घोषित किया गया।
छह जनवरी को की थी हत्या
2021 में ग्राम पंचायत चुनाव संपन्न हुए चुनाव में दिलदार सिंह पूर्व प्रधान सज्जन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़े। दिलदार सिंह को चुनाव जीतने के लिए उसके बहनोई तीरथ सिंह ने विशेष भूमिका निभाई और मनप्रीत उर्फ सन्नी भी उसे समय दिलदार सिंह का नजदीकी दोस्तों में खास था।
चुनाव से कुछ दिनों के बाद किन्हीं बातों को लेकर दिलदार सिंह और मनप्रीत सिंह के बीच दूरी बढ़ने लगी और वह दूरी धीरे-धीरे दुश्मनी में बदल गई। दिलदार सिंह, तीरथ सिंह का साला था। तीरथ सिंह को मारने की योजना बनाई। 6 जनवरी 2023 की शाम को तीरथ सिंह ससुराल से लौटा तो मौका पाकर सन्नी ने गोली मार कर उसकी हत्या कर दी थी।
बयान देने से पहले भी बनाया मारने का प्लान
तीरथ सिंह हत्याकांड के चार आरोपी जेल भेजे गए थे। 17 दिसंबर सुनवाई की तारीख थी, जिसमें मृतक तीरथ सिंह का साला लतीफपुर का ग्राम प्रधान दिलदार सिंह मुख्य गवाह है। वह गवाही के लिए मेरठ कचहरी जाना था, जिस बात की भनक शूटर सन्नी को पहले से ही थी। ग्राम प्रधान दिलदार सिंह ने बताया कि सन्नी ने इससे पहले भी कई बार उसकी हत्या के लिए प्लान बनाया था। 17 दिसंबर को कोर्ट में दिलदार की गवाही थी। मनप्रीत अब भी दिलदार की हत्या करना चाहता था।
एक टिप्पणी भेजें