पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी लखनऊ से आने वाली कॉल रिसीव नहीं कर रहे थे, जिस पर लखनऊ कंट्रोल रूम से जवाब मांगा गया। इसके बाद एसएसपी विपिन ताडा ने मामले की जांच पीआरवी प्रभारी इंस्पेक्टर बलराम को सौंपी
Meerut News: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ के निर्देश पर रात्रि में औचक पीआरवी चेकिंग के दौरान कई पीआरवी अपने निर्धारित लोकेशन प्वाइंट से दूर खड़ी पाई गईं तथा पुलिसकर्मी अपनी पीआरवी छोड़कर सोते पाए गए, जिस पर संबंधित थाने के रात्रि अधिकारी की लापरवाही के संबंध में निम्नलिखित पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं नकदी व जेवरात से भरा पर्स ढूंढकर दंपती को वापस करने वाले उपनिरीक्षक व कांस्टेबल को आज एसएसपी ने पुरस्कृत किया। यह जानकारी आज जिला पुलिस प्रवक्ता ने दी।
प्रवक्ता के अनुसार जिन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है उनमें इंचौली थाने में तैनात उपनिरीक्षक सत्यप्रकाश, हेड कांस्टेबल प्रवीण कुमार, लालकुर्ती थाने में तैनात उपनिरीक्षक अर्जुन सिंह, हेड कांस्टेबल खुर्शीद, महिला कांस्टेबल रेखा, फलावदा थाने में तैनात हेड कांस्टेबल सुखपाल, कांस्टेबल विशाल चौधरी व गंगा नगर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल रियाज अली शामिल हैं। पीआरवी प्रभारी की जांच रिपोर्ट के बाद एसएसपी ने सभी को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। वाहनों में लगे जीपीएस सिस्टम से सभी को रंगे हाथों पकड़ा गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी लखनऊ से आने वाली कॉल रिसीव नहीं कर रहे थे, जिस पर लखनऊ कंट्रोल रूम से जवाब मांगा गया। इसके बाद एसएसपी विपिन ताडा ने मामले की जांच पीआरवी प्रभारी इंस्पेक्टर बलराम को सौंपी। इंस्पेक्टर ने इंचौली, लालकुर्ती, फलावदा और गंगानगर थाना क्षेत्रों में खड़ी पीआरवी में लगे जीपीएस सिस्टम से मामले की जांच की। जांच में पता चला कि तय रूट पर कोई पीआरवी खड़ी नहीं मिली। इसके बाद शनिवार रात इंस्पेक्टर बलराम ने टीम के साथ सभी पीआरवी का निरीक्षण किया। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर हुई है। उन्हें निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
एक तरफ जहां लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है, वहीं दूसरी तरफ दंपती का नकदी और जेवरात से भरा पर्स ढूंढकर उन्हें लौटाने वाले उपनिरीक्षक और कांस्टेबल को आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ ने नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार 9 दिसंबर को शादी से ई-रिक्शा में घर लौट रहे एक दंपत्ति का पर्स गलती से ई-रिक्शा में ही छूट गया जिसमें उनके कीमती जेवरात और पैसे थे।
दंपत्ति ने इसकी सूचना तुरंत कोतवाली थाने को दी। कोतवाली थाने में तैनात उपनिरीक्षक वीरेंद्र सिंह और कांस्टेबल अशोक कुमार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज के जरिए ई-रिक्शा चालक का पता लगाया और दंपत्ति का पर्स सकुशल बरामद कर दंपत्ति को सारी नकदी और जेवरात सहित सौंप दिया। दंपत्ति ने कोतवाली थाने की प्रशंसा करते हुए आभार जताया। आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ ने उपनिरीक्षक वीरेंद्र सिंह को प्रोत्साहन स्वरूप 1000 रुपये नकद और कांस्टेबल अशोक कुमार को 500 रुपये नकद देकर पुरस्कृत किया।
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