मऊ में छात्रा से दुष्कर्म से आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह साढ़े नौ बजे सुल्तानीपुर-मुहम्मदाबाद गोहना मार्ग हो जाम कर दिया। परिजनों ने घटना में विद्यालय प्रशासन की मिलीभगत बताते हुए उसे ढहाने की मांग की है।ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे।
इसकी वजह से एक घंटे तक आवागमन बाधित रहा। सीओ डॉ. अजय विक्रम सिंह ने तत्काल प्रभाव से अंतरिम आदेश तक स्कूल बंद करा दिया। तब जाकर ग्रामीण माने।
छात्रा से दुष्कर्म का है मामला
चिरैयाकोट क्षेत्र के एक गांव निवासी कक्षा पांच में पढ़ रही आठ वर्षीय वंचित छात्रा शुक्रवार सुबह स्कूल जा ही थी। वह ननिहाल में रहती है। परिजनों के मुताबिक, स्कूल जाने के दौरान आजमगढ़ जनपद के जहानागंज थाना क्षेत्र खोदादासपुर निवासी 23 वर्षीय युवक अभिषेक अकेला देख छात्रा को अपने ट्यूवबेल में ले गया और वहां जाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
इसके बाद बालिका को जान से मारने की धमकी देते हुए डरा धमकाकर विद्यालय भेज दिया था। स्कूल की छुट्टी होने पर पीड़िता घर पहुंचकर अपने नानी को आपबीती बताई थी। इस मामले में आरोपित युवक के खिलाफ एससी एसटी, पॉक्सो एक्ट व दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
परिजनों ने विद्यालय प्रबंधन को दोषी ठहराया
सोमवार को सुबह साढ़े नौ बजे परिजन व ग्रामीण स्कूल पर पहुंच गए और आरोप लगाया कि युवक स्कूल प्रबंधन के परिवार का है। छात्रा को स्कूल से ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। ऐसे में विद्यालय प्रबंधन भी दोषी है।
परिजनों ने विद्यालय को ढहाने की मांग की है। स्कूल को गिराने की मांग को लेकर परिजनों ने जाम लगा दिया। जाम की सूचना पाकर क्षेत्राधिकारी डॉ. अजय विक्रम सिंह व थाना प्रभारी योगेश यादव मौके पर पहुंच गए। परिजनों को काफी समझाया, लेकिन वह नहीं मानें।
इसके बाद क्षेत्राधिकारी ने उच्चाधिकारियों से बातचीत की और स्कूल को अग्रिम आदेश तक बंद करा दिया। तब कहीं जाकर आक्रोशित ग्रामीण और परिजन माने। एक घंटे तक आवागमन बाधित रहा। पुलिस ने यातायात तो सुचारू रूप से चालू कराया। इस बीच स्कूल पहुंचे बच्चों को घर वापस लौटना पड़ा।
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