बरेली। निसंतान मॉलकर्मी महिला ने अपना घर बसाने के लिए दूसरी मां की गोद उजाड़ने का कदम उठा लिया। नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से 45 दिन का बच्चा चोरी कर वह प्रेमी के साथ लखनऊ जाने वाली ट्रेन में सवार हो गई।
स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों से मिले सुराग के आधार पर जीआरपी के जवान जनरल कोच में तलाशते रहे मगर आरोपित युगल तीन हजार रुपये देकर एसी थर्ड कोच में छिप गए थे। बरेली से ट्रेन निकलने के बाद उन्हें पकड़ा जा सका।
गोंडा में रहने वाली साजिया उर्फ माही नई दिल्ली के एक मॉल में कर्मचारी है। जीआरपी के अनुसार शादी के कई वर्ष बाद भी वह मां नहीं बन सकी। इस कारण पति से अलगाव हो गया। कुछ समय पहले वह बांदा निवासी रोहित के संपर्क में आई। दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गए। रोहित भी दिल्ली में नौकरी करता है। दोनों ने तय किया कि कहीं से नवजात बच्चा लेकर किसी अन्य शहर में जाकर बस जाएंगे।
झपकी ले रही महिला की गोद से चोरी किया मासूम
कुछ दिन रेकी के बाद शुक्रवार को दोनों ने नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के गेट नंबर पांच के पास झपकी ले रही महिला की गोद से 45 दिन का बालक चोरी किया। इसके बाद वे आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंचकर सद्भावना एक्सप्रेस में सवार हो गए। इस बीच महिला के शोर करने पर पुलिस ने जांच शुरू की। आनंद विहार स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला कि बच्चा चोरी करने वाला युगल सद्भावना एक्सप्रेस में सवार हुआ है।
जनरल कोच में पकड़े जाने का डर था, इसलिए एसी कोच पकड़ा
आरोपित साजिया ने बताया कि जनरल कोच में पकड़े जाने का अंदेशा था इसलिए चलती ट्रेन में ही एक टीटीई को तीन हजार रुपये दिए, जिसके कुछ देर बाद एसी थर्ड कोच मे सीट मिल गई। जीआरपी स्क्वाड के सदस्य हेड कांस्टेबल संजीव कुमार और रजत कुमार ने बताया कि बरेली जंक्शन से कुछ आगे बढ़ने के बाद एसी कोच से दोनों को पकड़ लिया गया। इसके बाद ट्रेन शाहजहांपुर स्टेशन पर रुकी तो वहां की जीआरपी के सिपुर्द कर दिया।
दोनों आरोपित और बच्चा लेकर टीम दिल्ली रवाना
शाहजहांपुर के जीआरपी थाना प्रभारी रेहान खान ने बताया कि दोनों आरोपितों पर दिल्ली में प्राथमिकी पंजीकृत हो चुकी थी। शाम को वहां से आई टीम दोनों आरोपितों एवं बरामद बच्ची को लेकर चली गई।
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