कनाडा में रहने वाले अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा वीडियो जारी कर हमले की धमकी मिलने के बाद मंगलवार सुबह अयोध्या में राम मंदिर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई। एक कथित वीडियो संदेश में पन्नू ने कहा कि 16-17 नवंबर को अयोध्या में राम मंदिर पर खून-खराबा होगा।इसके बाद अयोध्या प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है क्योंकि 18 नवंबर को राम मंदिर में राम विवाह उत्सव होना है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने की उम्मीद है।
किले में तब्दील हुई अयोध्या
पुलिस ने कहा कि धमकी के बाद पूरी अयोध्या किले में तब्दील हो गई है। राम जन्मभूमि परिसर के आसपास सुरक्षा और मजबूत कर दी गई है। पूरे मंदिर शहर सहित राम जन्मभूमि परिसर के प्रमुख स्थानों पर आतंकवादी-रोधी दस्ते के सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। एसएसपी आरके नैय्यर ने कहा कि इस सूचना के बाद हमने सुरक्षा बढ़ा दी है और मीडिया के माध्यम से खतरे की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने धमकी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अयोध्या की रक्षा हनुमानजी द्वारा की जा रही है, इसलिए कोई भी यहां पर हमला करने की हिम्मत नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अयोध्या पहले से ही एक उच्च सुरक्षा क्षेत्र है और यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
खुफिया एजेंसी पूरी तरह सतर्क
अलगाववादी नेता पन्नू के धमकी वाला वीडियो सामने आने के बाद एक बार फिर अयोध्या में सुरक्षा उपायों की समीक्षा की गई। साथ ही पूरे अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। शहर की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से की जा रही है, जबकि खुफिया एजंसियों और आतंकवादी विरोधी दस्ते और बम निरोधक दस्ते की कई टीम सतर्क हो गई है।
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