यूपी के शाहजहांपुर में उस समय हड़कंप मच गया जब खेत जुताई के दौरान किसान का हल जमीन के अंदर किसी लोहे की चीज से टकरा गई। इकसे बाद वहां खुदाई की गई। खुदाई के बाद जो जमीन से जो निकला उसे देखकर लोगों की आंखे फटी की फटी रह गईं।खेत से निकली प्राचीन चीज की खबर लगते ही राजस्व विभाग और और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। दरअसल निगोही के ढकिया तिवारी गांव में बुधवार को एक खेत की जुताई के दौरान जमीन से प्राचीनकाल के औजार मिले। खेत से मिले हथियारों में तलवार, बंदूक, खंजर, भाला, बरछी, कृपाण आदि हैं। प्राचीन काल की चीजें मिलने के बाद पुरातत्व विभाग को खबर दी गई। तिलहर विधायक सलोना कुशवाहा समेत देखने वालों की भीड़ जमा हो गई।बुधवार को ढकिया तिवारी गांव में सब कुछ सामान्य ढंग से चल रहा था, लोग अपने-अपने काम में जुटे थे। साढ़े दस बजे गांव के बाबू ने अपना हल उठाया और खेत जोतने चल दिए। एक बार जुताई करने के बाद बाबू खेत दोहरा रहे थे, तभी हल का एक सिरा किसी वस्तु से टकरा कर फंस गया। बाबू ने खोदकर देखा तो उसमें पुराने हथियार देख उसकी आंखें फटी की फटी रह गईं। हथियार मुगलकालीन लग रहे थे।
तलवार की मूठ चांदी, सिरा तांबे का
तलवार की मूठ चांदी की थी, जबकि नीचे का सिरा तांबे का प्रतीत हो रहा था। उसने गांव के पूर्व प्रधान को हथियारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने फोन कर पुलिस बुला ली। हथियार देखने के बाद एसओ ने राजस्व और पुरातत्व विभाग को सूचना भेज दी। थोड़ी देर बाद कानूनगो और लेखपाल भी पहुंच गए। तिलहर विधायक सलोना कुशवाहा के साथ जिसने भी सुना वह बाबू के खेत की ओर चल दिया।
यहां रूहेला सरकार लड़े थे मुगलों से
खेत स्वामी बाबू ने बताया कि ढकिया तिवारी किसी जमाने में निगोहगढ़ पट्टम का हिस्सा था। यहां रूहेला सरदार का राज था, जो मुगलों से लड़कर शहीद हो गए थे। निगोही वाराहराना में इन वीरों का शव दफनाया गया था।
पहली बार की थी जुताई, मिले हथियार
निगोही। जिस खेत में प्राचीन औजार निकले, वहां कभी ढकिया तिवारी के चौहान परिवार का बाग हुआ करता था। 15-20 वर्ष पूर्व बाबू पाल ने यह खरीद लिया था। मकान बनाने के लिए उसने खेत में नींव भरवाई थी। बाबू ने तीन-चार माह पूर्व इस खेत की मिट्टी निकालकर नींव में भरवा दी थी। गड्ढा होने के बाद पहली बार उसने खेत की जुताई की, जैसे ही हल गड्ढे में चला, यह हथियार निकल आए।
21 तलवार, 13 बंदूक भी मिलीं
निगोही। इससे पहले निगोही नगर और अंडखेड़ा गांव में भी प्राचीनकाल के हथियार निकल चुके हैं। निगोही के हथियार पुरातत्व विभाग को नहीं मिल सके, लेकिन अंडखेड़ा से मिले हथियार महाभारत कालीन थे, जिसकी जांच पुरातत्व विभाग ने की थी। ढकिया तिवारी में बुधवार को जो हथियार मिले, उनमें 21 तलवार दो फिट, 13 बंदूक दो से तीन फिट, खंजर, बरछी और कृपाण लगभग आधा-आधा फीट के थे।
बाजपुर में भी मिले थे प्राचीन हथियार
सिंधौली के बाजपुर में भी पहले ऐसे हथियार निकल चुके हैं। कई दिन तक खोदाई चली थी, तब त्रिशूल और तीर जैसे हथियार निकले थे। यह खोदाई लखनऊ और दिल्ली की टीम ने कई दिन तक कराई थी।
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