तेजी से परवान चढ़ रही विकास योजनाओं का सीधा असर संपत्तियों के दामों पर पड़ रहा है। मेडा की उच्च और मध्यम आय वर्ग के प्लॉट की नीलामी में दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद समेत आसपास के लोगों ने जबरदस्त रुझान दिखाया है।गंगानगर में आवासीय प्लॉट की बोली का रिजर्व मूल्य 21,450 रुपये था, जिसकी बोली 86 हजार 165 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक पहुंची और करीब पौने दो करोड़ रुपये में यह बिका। मेडा ने लैंड मॉनीटाइजेशन के बाद 775 संपत्तियों के लिए 21 अक्तूबर को ई-ऑक्शन किया था। बड़ी संख्या में बोली लगने पर वेबसाइट ही क्रैश हो गई थी और प्रक्रिया को री शिड्यूल किया गया। दीपावली से पहले चार दिन तक चली ई-नीलामी में चार हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी पसंदीदा संपत्ति के लिए बोली लगाई।
गंगानगर में पॉकेट टी-3 में 200 वर्ग मीटर क्षेत्रफल का यह प्लॉट संख्या एलएमपी-100 करीब पौने दो करोड़ रुपये में बिका। इसके अलावा श्रद्धापुरी में हाल ही में हुई व्यावसायिक संपत्तियों में कैलाशी अस्पताल के सामने एक प्लॉट की बोली डेढ़ लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर से भी ऊपर पहुंची थी। इसके पास ही सटा 101 वर्ग मीटर का प्लॉट एक करोड़ 17 लाख में बिका, यहां रिजर्व मूल्य 27 हजार 500 रुपये रखा गया था। गंगानगर में 30 फीसदी संपत्तियों की बोली बेस प्राइस से तीन गुना तक लगी।
हर योजना में रुझान, बोली में जबरदस्त उछाल
विभिन्न योजनाओं में संपत्तियों की बोली तीन गुना तक पहुंची। पल्लपुरम में आई ब्लॉक में एलएमपी-1 से लेकर 14 तक सभी प्लॉट ऊंची कीमत पर बिके। इनका बेस प्राइस 24 हजार रुपये से शुरू था, जो 79 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर तक पहुंचा और 120 वर्ग मीटर का प्लॉट करीब एक करोड़ में बिका। शताब्दीनगर में 15400 रुपये से 31 हजार रुपये तक बोली पहुंची। स्पोर्ट्स गुड्स काम्पलेक्स में लोगों ने खूब रुझान दिखाया और 23 हजार रुपये के सापेक्ष 77 हजार रुपये से भी अधिक की बोली पहुंची। यहां 116.25 वर्ग मीटर का प्लॉट 90 लाख में बिका।
विकास योजनाओं का दिख रहा असर
मेरठ में चारों ओर एक्सप्रेस-वे का जाल बिछ रहा है। मेरठ साउथ तक नमो भारत रैपिड रेल का संचालन हो रहा है और नए साल से शताब्दीनगर (संजय वन) तक इसके संचालन की उम्मीद है। दूसरी ओर, गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक भी तैयार हो रहा है। 594 किमी. के इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से छह से आठ घंटे में प्रयागराज पहुंचा जा सकेगा।
एक टिप्पणी भेजें