मेरठ के लिसाड़ी गेट की रहने वाली 12 वर्षीय बच्ची के साथ उसके चाचा ने डरा धमकाकर दुष्कर्म किया। बच्ची की हालत खराब है, उसका उपचार चल रहा है। शुक्रवार को भाकियू का एक दल पीड़ित बच्ची से मिलने जिला अस्पताल पहुंचा और फिर उसकी मां के साथ थाने आकर कार्रवाई की मांग की।आरोप है कि थाना प्रभारी निरीक्षक ने मामला दूसरे जिले का बता परिवार को लौटा दिया। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में महिला परिवार के साथ रहती है। उसकी पहली शादी बुलंदशहर में हुई थी। उस पति से महिला के एक बेटी है। करीब डेढ़ वर्ष पहले रिश्ता खत्म हुआ तो बच्ची पिता के घर बुलंदशहर चली गई।
तय हुआ कि समय-समय पर मां मिल सकेगी। करीब चार माह पहले बच्ची ने मां को फोन किया और ले जाने की बात कही। जैसे तैसे महिला बेटी से बुलंदशहर जाकर मिली। बच्ची की तबियत खराब थी। बच्ची के दबाव बनाने पर मां उसे मेरठ ले आई। जब तबियत में सुधार नहीं आया तो चार दिन पहले जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। एक दिन डाक्टरों के कहने पर मां ने बच्ची से बात की तो वह रोने लगी। बच्ची ने बताया कि चाचा ने उसके साथ गलत काम किया है।मामले की भनक भाकियू (संघर्ष मोर्चा) की महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष सिमरन को लगी तो वह बच्ची से मिलने पहुंच गयी। उन्होंने राष्ट्रीय संरक्षक संतोष भगत को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद वह शुक्रवार को बच्ची से मिलने अस्पताल पहुंच गये। उन्होंने बच्ची से बात की और फिर डायल 112 को सूचित कर बुला लिया। संतोष भगत बच्ची की वीडियो बनाकर मां के साथ थाने आ गये और पूरा मामला बताया। वारदात बुलंदशहर की बताकर थानेदार ने कार्रवाई से इंकार कर दिया। संतोष ने कहा कि जब तक बच्ची को इंसाफ नहीं मिलता, वह शांत नहीं बैठेंगे।
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