अलीगढ़। Aligarh News: समलैंगिकों के लिए बने ग्रिंडर एप पर लोगों को फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।आरोपितों ने एएमयू के एक नाबालिग छात्र को एप के माध्यम से झांसे में लिया। एक कमरे में ले जाकर उसे निर्वस्त्र कर दिया। मारपीट करते हुए अप्राकृतिक संबंध बनाने का प्रयास किया। फिर वीडियो बनाकर प्रसारित करने की धमकी दी और 50 हजार रुपये मांगे। एटीएम कार्ड का पिन पूछा और 12 हजार रुपये निकाल दिए, तब जाकर उसे छोड़ा।
बुलंदशहर के जहांगीराबाद क्षेत्र के एक गांव का नाबालिग एएमयू के स्कूल में 12वीं का छात्र है। उसने मुकदमे में कहा है कि सात नवंबर को जकरिया मार्केट स्थित नाले की पुलिया के पास से दो लोग जबरन बहला-फुसलाकर ले गए। दोनों आपस में अपना नाम शाहरुख व हाफिज पुकार रहे थे। एक कमरे में ले जाकर छात्र को निर्वस्त्र कर दिया।
अप्राकृतिक संबंध बनाने का किया प्रयास
आरोप है कि अप्राकृतिक संबंध बनाने का प्रयास किया। गालीगलौज करते हुए डंडे से मारपीट की। इसी बीच कमरे में दो व्यक्ति और आ गए, जिनमें से एक सगीर नाम का लड़का वीडियो बना रहा था। उन्होंने भी मारपीट की। ब्लैकमेल करते हुए बोले कि तुम्हारी वीडियो प्रसारित कर देंगे, नहीं तो 50 हजार रुपये दो। इस दौरान मारपीट करते रहे। जान से मारने की धमकी दी।छात्र के केनरा बैंक के एटीएम कार्ड का पिन पूछकर रुपये निकाल लिए। कहा कि पुलिस को सूचना दी तो जान से मार देंगे। डर के चलते छात्र ने शिकायत नहीं दी थी।
चारों को गिरफ्तार कर जेल भेजा
सीओ तृतीय मयंक पाठक ने बताया कि मुकदमा पंजीकृत कर चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके नाम निशात बाग का सगीर, जाकिर नगर गली नंबर 19 का हफीज, जौहराबाग का शाहरुख व धौर्रा माफी का जकी है। इनके पास से तीन हजार 390 रुपये बरामद किए गए हैं। छात्र एप के माध्यम से वहां पहुंचा था। इसके बाद आरोपितों ने उसकी वीडियो बना ली और ब्लैकमेल करते हुए रुपये ले लिए।
फोन में अन्य लोगों की वीडियो भी मिलीं
सीओ मयंक पाठक ने बताया कि यह गिरोह समलैंगिकों के लिए बने ग्रिंडर गे एप पर प्रोफाइल बनाकर लोगों से वार्ता करते थे। उन्हें फंसाकर बुलाते और कमरे में ले जाकर वीडियो बना लेते थे। इसके बाद ब्लैकमेल करके रुपये ऐंठ लेते थे। कुछ लोगों से लिखवा लेते थे कि कहीं शिकायत की वीडियो प्रसारित करने के साथ उनके स्वजन को जानकारी दे देंगे। करीब डेढ़ माह से यह गिरोह सक्रिय है। इनके मोबाइल फोन में चार-पांच लोगों की वीडियो मिली हैं, जिनके बारे में जांच की जा रही है।
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