शिवसेना (पंजाब) के नेता संदीप थापर उर्फ गोरा पर निहंग बनकर आए हमलावारों ने तेजधार हथियार से हमला किया था. इस मामले में पंजाब पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने हमलावरों को फतेहगढ़ साहिब से अरेस्ट कर लिया है.
संदीप थापर के साथ गनमैन के तौर पर तैनात एएसआई सुखवंत सिंह के अनुसार जैसे ही वह और संदीप सिविल अस्पताल से बाहर निकले, तो हमलावरों ने अपना दोपहिया वाहन रोक लिया. एक संदिग्ध ने ASI सुखदेव सिंह की सर्विस रिवॉल्वर छीनने के इरादे से उन्हें धक्का देकर भगा दिया, जबकि अन्य ने संदीप थापर पर बार-बार हमला किया और उन्हें बुरी तरह लहूलुहान कर दिया. पुलिस ने धारा 109, 3(5), 115 (2), 304 के तहत मामला दर्ज किया है.
पुलिस ने कहा कि शिवसेना पंजाब के नेता संदीप थापर पर शुक्रवार को सुबह करीब 11:40 बजे लुधियाना के सिविल अस्पताल के पास हमला हुआ था. वे सिविल अस्पताल में एक समारोह में शामिल होने के बाद आ रहे थे. समारोह में शामिल होने के बाद जब वे सिविल अस्पताल के मुख्य द्वार के पास पहुंचे तो वहां पहले से ही आरोपी मौजूद थे, जो निहंग के रूप में आए थे. उनके हाथों में तेजधार हथियार (तलवारें) थीं और उन्होंने संदीप थापर को रोका और उन पर तलवारों से हमला कर दिया. उन्हें बुरी तरह घायल करने के बाद 2 आरोपी उनकी एक्टिवा छीनकर भाग गए. इस संबंध में उनके गनमैन एएसआई सुखवंत सिंह नंबर 523/एलडीएच के बयान पर FIR दर्ज की गई है.
पुलिस ने एक घंटे के अंदर हमलावरों की पहचान कर ली थी. इसमें सरबजीत सिंह सभा, हरजोत सिंह जोता, टहल सिंह लाडी, निवासी अमृतसर का नाम शामिल है. पुलिस ने आरोपियों का पीछा किया. पुलिस ने तीन में से दो आरोपियों को जिला फतेहगढ़ साहिब के पास से पकड़ लिया. पीड़ित की एक्टिवा भी बरामद कर ली गई है, आगे की जांच जारी है.
पुलिस ने बताया कि थापर के सिर में चोट लगने के बाद उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया. बाद में उन्हें एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई गई.
भाजपा ने हमले की निंदा की और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस्तीफे की मांग की. पंजाब भाजपा महासचिव अनिल सरीन ने कहा कि सीएम भगवंत मान न केवल राज्य के मुख्यमंत्री हैं, बल्कि उनके पास गृह विभाग भी है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्ता में आई है, राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. भाजपा नेता ने दावा किया कि हत्या और डकैती के मामलों और गैंगस्टरों की गतिविधियों में काफी वृद्धि हुई है, इसके चलते लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है.
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