अमेठी जिले का सबसे सुरक्षित माने जाने वाला अमेठी कलेक्ट्रेट आज जंग का अखाड़ा बन गया. भारी सुरक्षा व्यवस्था और सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में आधा दर्जन दबंगो ने एक युवक को लात घुसो से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और मौके से फरार हो गए.
दरअसल यह पूरा मामला अमेठी के गौरीगंज कलेक्ट्रेट का है, जहां कलेक्ट्रेट परिसर में ही खतौनी की नकल निकलती है. आज दोपहर गौरीगंज थाना क्षेत्र के छतौनी पहाड़गंज गांव का रहने वाला युवक शिवम तिवारी पुत्र संतोष तिवारी खतौनी की निकल निकलवाने कलेक्ट्रेट आया था. पर्ची कटवाने के बाद शिवम खतौनी की नकल के लिए लाइन में लगा था. खतौनी केंद्र के अंदर से कुछ लोग नकल ले रहे थे जिसका शिवम ने विरोध किया.
खतौनी की नकल निकलवाने आए युवक को पिटा
युवक की तरफ से विरोध करने से नाराज दबंगों ने पहले तो उसे गाली दी फिर कई दबंगो के साथ मिलकर शिवम की लात घूसों से बुरी तरह पिटाई कर दी और फरार हो गए. जिस समय यह वारदात हुई उस समय सैकड़ों लोग कलेक्ट्रेट में मौजूद थे और भारी सुरक्षा व्यवस्था भी थी, लेकिन किसी ने भी दबंगों को ऐसा करने या फिर उन्हें पकड़ने का साहस नहीं किया.
जमीन पर गिरा रहा युवक
गंभीर रूप से घायल युवक वहीं जमीन पर पड़ा रहा, जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और निजी साधन से जिला अस्पताल लेकर गए, जहां उसका इलाज चल रहा है. एक आरोपी का नाम मेराज पुत्र जाफर बताया जा रहा है. जो असैदापुर गांव का रहने वाला है. बताया जा रहा है कि सभी आरोपी काला पैंट और सफेद शर्ट पहने हुए थे, जो वकीलों के मुंशी की तरह लग रहे थे, लेकिन वकीलों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि वह सब यहां के नहीं थे.
जांच में जुटी पुलिस
घटना के मौके पर मौजूद एक युवक विनय पांडे ने बताया कि कुछ लोग अंदर से खतौनी की नकल ले रहे थे. इसी दौरान शिवम ने ऐसा करने से मना किया तो वह सभी पांच छह लोग इकट्ठा होकर आए और लात घूंसों से जमकर पिटाई कर दी. वह सभी लोग वकील की तरह दिख रहे थे.
वहीं पूरे मामले पर गौरीगंज एसएचओ श्याम नारायण पांडेय ने कहा कि एक नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. मामले की जांच की जा रही है.
सेंट्रल बार एसोसिएशन ने जारी किया पत्र
वहीं कलेक्ट्रेट के अंदर हुई घटना के बाद सेंट्रल बार एसोसिएशन ने पत्र जारी कर बिना किसी आई कार्ड या पंजीकरण पत्र के जूनियर को अपने चेंबर में न आने आदेश दिया है. इसके साथ ही अगर कोई घटना होती है तो उसकी सारी जिम्मेदारी सम्बंधित अधिवक्ता की होगी.
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