रविवार, 7 जुलाई 2024
राजस्थान के दौसा से शनिवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां 10वीं कक्षा के एक छात्र की स्कूल में हार्ट फेल होने से मौत हो गई। मृत छात्र का नाम यतेन्द्र उपाध्याय था और उसकी उम्र 16 साल थी।खास बात यह है कि एक दिन पहले ही यानी 5 जुलाई को ही उसने अपना जन्मदिन मनाया था। परिजनों का कहना है कि छात्र का हृदय रोग का इलाज चल रहा था।यह घटना बांदीकुई कस्बे के एक निजी स्कूल में शनिवार सुबह करीब 7 बजे हुई, जब वह स्कूल के बरामदे को पार करते हुए क्लास के अन्दर जा रहा था। इसी दौरान अचानक लड़खड़ाकर बरामदे में गिर पड़ा और फिर उठ न सका।इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें यतेन्द्र बरामदे में गिरता हुआ नजर आ रहा है। इसके बाद वहां करीब ही बैठा एक स्कूल कर्मचारी भागकर उसके पास पहुंचता है और उसे उठाने की कोशिश करता है। कोई हरकत ना होने पर स्कूल प्रशासन ने उसे तुरन्त अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर पवन जरवाल ने बताया, 'स्कूल का स्टाफ लड़के को अस्पताल लेकर आया था। जब उसे लाया गया तो उसका दिल नहीं धड़क रहा था। हमने CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।'छात्र के परिजनों के अनुसार करीब 3 साल पहले भी छात्र को हार्ट संबंधित परेशानी हुई थी, जिसके चलते उसे जेके लोन अस्पताल में 15 दिन तक भर्ती रखा था। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया था। ऐसे में पुलिस को सूचना देने के बाद छात्र का शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।इस बारे में जानकारी देते हुए बांदीकुई थाने के SHO प्रेम चंद ने बताया कि डॉक्टरों को शक है कि यतेन्द्र उपाध्याय को दिल का दौरा पड़ा था। हालांकि लड़के के परिवार के सदस्यों ने पोस्टमार्टम के लिए सहमति नहीं दी। उन्होंने बताया कि निजी स्कूल का प्रशासन उपाध्याय को बांदीकुई उप-जिला अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।छात्र के परिवार के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि वे अलवर में अपने पैतृक गांव में उसका अंतिम संस्कार करेंगे।
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