महाराष्ट्र में ‘मुख्यमंत्री लाडली बहना’ को लेकर सियासी हंगामा मचा हुआ है. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि सदन चल रहा है ऐसे में बजट पेश कर उसका सरकारी प्रस्ताव यानी जीआर नहीं निकाला जा सकता है.
वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कल विधानमंडल में अनुपूरक बजट पेश किया. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की कि यह योजना 1 जुलाई से महिला लाभार्थियों के लिए लागू होगी. इसके बाद महिलाओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी राखी बांधकर धन्यवाद दिया. इस मामले की विपक्षी पार्टियों ने आलोचना की है.
मीडिया से बात करते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि बजट को पेश करने के बाद विधायिका को यह अधिकार होता है कि वह इसके पक्ष और विपक्ष पर चर्चा कर इस बजट को मंजूरी दे सके. इसके बाद विधेयक मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजा जाता है. इसके बाद बजट में धनराशि खर्च करने की मंजूरी दी जाती है और सरकारी निर्णय लिए जा सकते हैं, लेकिन यहां इस प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया.
शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक अब तिथि के अनुसार
बजटमें कई बड़ी योजना की घोषणा के बाद महाराष्ट्र सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने तय किया है कि शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक अब तिथि के मुताबिक किया जाएगा तारीख के हिसाब से नहीं. सरकार के इस फैसले पर बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि आज सदन में मैंने मांग की थी कि राज्य के लोगों को धार्मिक जगहों की तीर्थों के दर्शन कराए जाए. इसके बाद राज्य सरकार ने इसे मान लिया है. अब हर किसी को हर धर्म के लोगों को उनके धार्मिक तीर्थ क्षेत्रों की यात्रा कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि ये तीर्थ यात्रा फ्री में कराई जाएगी और ऐसा करना गलत भी नहीं है.
तीर्थ यात्रा कराएगी महाराष्ट्र सरकार
वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जैसे जह यात्रा में लोगों को मदद की जाती है वैसे ही हर धर्म के लोगों को उनके तीर्थ स्थल होते हैं. इसलिए हम लोगों को फ्री में उनके तीर्थ स्थल की यात्रा कराएंगे. जहां तक लाडली बहना योजना या फिर लखपति दीदी, पिंक ऑटो, और फीस माफी की योजना की बात है तो यह 1 जुलाई से लागू हो जाएगी. हमने उसका जीआर लाया है. ढाई करोड़ महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा. साल में 3 एलपीजी सिलेंडर फ्री में देंगे.
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