राजस्थान के चार सांसदों गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, भूपेंद्र यादव और भागीरथ चौधरी को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। इनमें तीन चेहरे रिपीट हुए है। जबकि अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी नया चेहरा है।
राजस्थान से इकलौता जाट चेहरा
इस बार के चुनाव में भाजपा के सिर्फ दो सांसद जाट समुदाय से आते हैं। जिनमें भागीरथ चौधरी और पीपी चौधरी का नाम शामिल है। पिछली सरकार में कैलाश चौधरी केंद्र में मंत्री बने थे, लेकिन इस बार वो चुनाव हार गए. जाट बेल्ट कहे जाने वाले नागौर, झुंझुनू, सीकर और नागौर समेत पूरे शेखावाटी में भाजपा का सफाया हो गया। ऐसे में भाजपा जाट चेहरे को मंत्री बना कर जातिगत समीकरण साधना चाहती है। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में अजमेर सीट से बीजेपी के प्रत्याशी भागीरथ चौधरी ने जीत दर्ज की थी। उन्हें 8,15,076 वोट मिले थे, तो वहीं कांग्रेस के रिज्जू झुनझुनवाला को 3,98,652 वोट मिले थे। इसके अलावा आप के प्रत्याशी विश्राम बाबू को मात्र 13,041 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव हारे थे भागीरथ
पिछले विधानसभा चुनाव में भागीरथ चौधरी को किशनगढ़ विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया था। मगर वह चुनाव हार गए और तीसरे नंबर पर रहे थे। किशनगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा से बागी हुए विकास चौधरी कांग्रेस में शामिल हुए और उन्होंने भागीरथ चौधरी का हरा दिया, जबकि लोकसभा चुनाव में भागीरथ चौधरी ने किशनगढ़ विधानसभा सीट से इस बार करीब 1 लाख मतों से बढ़त बनाई।
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