अफजाल अंसारी मुख्तार अंसारी के बड़े भाई हैं और अंसारी परिवार का ये पहला चुनाव है जब मुख्तार दुनिया में नहीं हैं.
अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अंसारी भी चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं. अफजाल पर केस चल रहा है. ऐसे में उनका चुनाव लड़ना कोर्ट के फैसले पर निर्भर करता है. इस बीच अफजाल अंसारी अपनी बेटी नुसरत को प्रचार के लिए उतार चुके थे. उनकी बेटी सपा कार्यालय भी पहुंची थीं, तब ये साफ हो चुका था कि अगर कोर्ट का फैसला अफजाल के पक्ष में नहीं आया तो नुसरत ही उनकी कमान संभालेंगी और सपा की तरफ से गाजीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगी.
अफजाल अंसारी ने की थी हाईकोर्ट में अपील
अफजाल अंसारी को गैंगस्टर एक्ट मामले में स्पेशल कोर्ट गाजीपुर ने सजा सुनाई थी, जिसरके बाद अफजाल ने हाईकोर्ट में अपील की थी. स्पेशल कोर्ट गाजीपुर से मिली चार साल की सजा के खिलाफ दाखिल अफजाल की अपील पर भी 13 मई को इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. ऐसे में सभी की निगहें कोर्ट के फ़ैसले पर टिकी हुई है. अगर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सजा रद्द नहीं की तो अफजाल अंसारी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. ऐसे में ये भी कयास लगाया जा रहा है कि उनकी बेटी चुनाव लड़ सकती हैं.
कोर्ट के फैसले पर टिकी सबकी निगाहे
अफजाल अंसारी को चार साल की सजा सुनाए जाने के बाद संसद सदस्यता खत्म हो गई थी. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत अर्जी मंजूर कर ली थी लेकिन सजा पर रोक नहीं लगाई थी. अफजाल अंसारी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सजा पर रोक लगाते हुए हाईकोर्ट को 30 जून तक फैसला सुनाने का आदेश दिया था जिसके बाद अफजाल अंसारी की संसद सदस्यता बहाल हो गई थी.
नुसरत अंसारी लड़ेंगी चुनाव?
अब चुनाव लड़ने को लेकर आखिरी उम्मीद इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर टिकी हुई है. अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत ने भी नामांकन फार्म खरीदा है. अगर 13 मई को अफजाल को राहत नहीं मिली तो अगले दिन 14 मई को बेटी नुसरत भी नामांकन करेंगी.
बीजेपी ने गाजीपुर सीट से पारसनाथ राय को उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने (10 मई) को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. उनके नामांकन के दौरान उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे थे. नामांकन में यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी शामिल हुए थे. गाजीपुर सीट पर एक जून को सातवें चरण में वोटिंग होगी.
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