Rajasthan power Cut: राजस्थान में भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा 48 डिग्री तक पहुंच गया है। चहुंओर लू का प्रकोप है। ऐसे में अचानक बिजली खपत बढ़ने से बिजली का महासंकट शुरू हो गया है।
राजस्थान में मई माह में पहली बार ऐसा हुआ है कि बिजली की मांग 3600 लाख यूनिट तक पहुंच चुकी है, जो पिछले साल के मई माह से 20 प्रतिशत अधिक है। ऐसे में रोजाना 500 से 600 लाख यूनिट बिजली कम पड़ रही है।
राजस्थान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि प्रदेश में सतत बिजली आपूर्ति के लिए सूरतगढ़ इकाई (250 मेगावाट) को बहाल कर दिया गया है। इसके अलावा 200 मेगावाट के धौलपुर गैस प्लांट का काम भी शुरू किया है। आने वाले दिनों में बिजली कटौती से राहत मिलना तय है।
राजस्थान में बिजली संकट गहराता जा रहा है। खुद सीएम भजनलाल शर्मा लगातार बैठकें कर रहे हैं, मगर राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर दूसरे प्रदेशों की यात्रा पर हैं। 20 मई को वे सपरिवार परमार्थ निकेतन पहुंचे थे। यहां उन्होंने संत मुरलीधर महाराज के सान्निध्य में गंगाजी की आरती की। इससे पहले 11 मई को हरिद्वार की यात्रा पर थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 की गर्मी में बिजली की मांग और सप्लाई का प्रबंधन करने में प्रदेश के सभी बिजली निगम फेल साबित हो रहे हैं। दोपहर को सोलर से मिल रही बिजली ओवलोडिंग से कट रही। रात में सोलर प्लांट बंद होने के कारण अघोषित कटौती करनी पड़ रही।
राजस्थान में इन दिनों शहरी क्षेत्रों में एक से दो घंटे बिजली काटी जा रही है जबकि ग्रामीण इलाकों में दो से पांच घंटे अघोषित कटौती हो रही है। छहों बिजली निगमों के कॉल सेंटर पर रोजाना विद्युत कटौती से संबंधित तीन हजार से ज्यादा शिकायतें आ रही हैं।
दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान ऊर्जा विभाग के एसीएस आलोक कुमार कहते हैं कि बिजली की मांग 20 प्रतिशत बढ़ गई है। दिन ही नहीं बल्कि रात को भी हीटवेव चल रही हैं। ऐसे में बिजली की मांग 3600 लाख यूनिट तक पहुंच चुकी है।
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