ईरान ने पुर्तगाली झंडे वाले मालवाहक जहाज एमएससी एरीज के सभी चालक दल को रिहा कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियन ने शुक्रवार को एस्टोनिया के विदेश मंत्री मार्गस त्साहकना के साथ पर फोन पर बातचीत की और इसी दौरान उन्होंने चालक दल के रिहाई की जानकारी दी। इसके अलावा, भारत के विदेश मंत्रालय ने सलाह दी है कि अगर इस्राइल और ईरान की यात्रा करते हैं तो सावधानी जरूर बरतें और भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चालक दल में 25 लोग शामिल थे, जिसमें 17 भारतीय भी थे। हालांकि, भारतीय चालक दल के सदस्यों में शामिल एकमात्र महिला कैडेट एन टेसा जोसेफ को ईरान की सेना ने पहले ही रिहा कर दिया था। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने बताया था कि चालक दल में भारतीय, फिलिपिनो, पाकिस्तानी, रूसी और एस्टोनियाई नागरिक शामिल थे।
न्यायिक नियमों के तहत हिरासत में लिया गया था
ईरान के इस्लामी गणराज्य के क्षेत्रीय जल में जब्त किए गए पुर्तगाली जहाज के बारे में अमीरबदोल्लाहियन ने बातचीत में कहा कि जहाज ने हमारे जल क्षेत्र में अपना रडार बंद कर दिया। उन्होंने नेविगेशन सुरक्षा को खतरे में डाला था। इसलिए उन्हें न्यायिक नियमों के तहत हिरासत में लिया गया था। बातचीत के दौरान अमीरबदोल्लाहियन ने बताया कि ईरान ने पहले ही मानवीय आधार पर जहाज के सभी चालक दल को रिहा कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चालक दल में 25 लोग शामिल थे, जिसमें 17 भारतीय भी थे। हालांकि, भारतीय चालक दल के सदस्यों में शामिल एकमात्र महिला कैडेट एन टेसा जोसेफ को ईरान की सेना ने पहले ही रिहा कर दिया था। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने बताया था कि चालक दल में भारतीय, फिलिपिनो, पाकिस्तानी, रूसी और एस्टोनियाई नागरिक शामिल थे।
न्यायिक नियमों के तहत हिरासत में लिया गया था
ईरान के इस्लामी गणराज्य के क्षेत्रीय जल में जब्त किए गए पुर्तगाली जहाज के बारे में अमीरबदोल्लाहियन ने बातचीत में कहा कि जहाज ने हमारे जल क्षेत्र में अपना रडार बंद कर दिया। उन्होंने नेविगेशन सुरक्षा को खतरे में डाला था। इसलिए उन्हें न्यायिक नियमों के तहत हिरासत में लिया गया था। बातचीत के दौरान अमीरबदोल्लाहियन ने बताया कि ईरान ने पहले ही मानवीय आधार पर जहाज के सभी चालक दल को रिहा कर दिया है। 17 भारतीयों में शामिल एक अकेली महिला कैडेट ऐन टेसा जोसेफ को 18 अप्रैल को रिहा कर दिया गया था। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने बताया था कि शेष 16 भारतीय चालक दल की रिहाई में कुछ तकनीकी बातें शामिल हैं।" मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि जहाज में मौजूद सभी भारतीयों का स्वास्थ्य फिलहाल ठीक है। उन्हें ईरानी अधिकारियों द्वारा भारतीय दल तक कॉन्सुलर सेवाएं प्रदान की गई थी। भारतीय अधिकारी लगातार चालक दल के संपर्क में हैं।
विदेश मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
इसके अलावा, विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम क्षेत्र की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। ईरान और इस्राइल ने कुछ दिनों से अपना हवाई क्षेत्रों को खोल दिया है। हम भारतीय नागरिकों को सलाह देते हैं इन देशों की यात्रा करते समय सतर्कता बरतें और भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें।
मालवाहक जहाज का नाम एमएससी एरीज
इस्राइली अरबपति इयाल ओफर के इस मालवाहक जहाज का नाम एएससी एरीज है। आखिरी बार इस जहाज को दुबई से होर्मुज की तरफ जाते हुए देखा गया था। बताया गया है कि जहाज ने अपना ट्रैकिंग डेटा बंद किया हुआ था। दरअसल, इस्राइल के जहाजों द्वारा इस क्षेत्र से गुजरते समय अक्सर ट्रैकिंग डेटा बंद कर दिया जाता है। ईरानी सेना ने होर्मुज जलडमरूमध्य के पास यह कार्रवाई की थी। जहाज फारस की खाड़ी में मौजूद था। एमएससी एरीज पर पुर्तगाल का झंडा लगा हुआ है।
जहाज के बारे में जानकारी
एमएससी एरीज जहाज कार्गो हेजार्ड ए कैटेगरी का मालवाहक जहाज है। इसकी लंबाई 366 मीटर और चौड़ाई 51.11 मीटर है। जानकारी के मुताबिक एमएससी एरीज 15.5 नॉटिकल मील की रफ्तार से चल रहा था।
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