बताया जा रहा है कि बिहार के नवादा जिले का रहनेवाला नीतीश नाम का आरोपी अपने एक सहयोगी के साथ अपने नापाक इरादों को अंजाम देने रांची पहुंचा था. इन दोनों की 'काली नजर' रांची के एटीएम पर थी, लेकिन यह रांची पुलिस की नजरों में आ गया और पकड़ा गया.
बताया जाता है कि इन दोनों के द्वारा रांची के कांटाटोली सहित वैसे कई एटीएम इनके निशाने पर थे जहां गार्ड नहीं रहते. वहीं इसके साथ ही ऐसे एटीएम जहां लोगों की आवक थोड़ी कम हो वैसे एटीएम इनके सॉफ्ट टार्गेट थे. वहीं, हाल के दिनों में एटीएम से पैसे निकासी को लेकर पुलिस को भी शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद पुलिस ने एटीएम पर नजर रखनी शुरू की. इसी दरम्यान पुलिस को दो संदिग्ध युवक रात के वक्त एटीएम के समीप नजर आए, लेकिन पुलिस को आता देख भागने लगे. हालांकि, पुलिस ने नीतीश को दौड़ाकर पकड़ लिया, लेकिन एक आरोपी भागने में सफल रहा.
मनी डिस्पेंसर में फंसा देता था यह चीज
जांच के क्रम में पुलिस को इसके पास से कई एल्यूमिनियम शीट के टुकड़े और एटीएम कार्ड बरामद हुए. वहीं पूछताछ में नीतीश ने बताया की एटीएम के मनी डिस्पेंसर में एल्यूमिनियम शीट फंसा दिया करतेा था. इस कारण अगर कोई पैसा निकलने एटीएम आत था तो पैसा बाहर नहीं आता था. वहीं, व्यक्ति के जाने के वो एटीएम से एल्यूमियम निकाल कर पैसे निकाल लेते थे.
मदद के नाम पर बदल लेता एटीएम कार्ड
इसके साथ ही यह भी जानकारी सामने आई है कि कोई व्यक्ति एटीएम पहुंचता था तो उसकी मदद के नाम पर उसका एटीएम भी बदल देता था. मामले की जानकारी देते हुए लोअर बाजार के थाना प्रभारी दयानंद कुमार ने बताया कि फिलहाल आरोपी के सहयोगी के तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है और जल्द ही दूसरा आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में होगा.
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