संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने संदेशखाली में महिला उत्पीड़न के आरोपी शेख शाहजहां, उसके दोनो भाईयों और एक बेहद करीबी समेत कई अन्य आरोपियों की 14 करोड़ की संपत्ति जब्त की है.
जमीन कब्जाने के मामले में दर्ज PMLA के तहत ईडी ने ये कार्रवाई की है. जब्त प्रोपर्टी संदेशखाली में लोगों की जमीन पर जबरन कब्जा कर बनाई गई थी, जिसे जब्त किया गया है.
इस मामले में अब तक प्रवर्तन निदेशालय ने 288 करोड़ चल-अंचल संपत्ति प्रोसिड ऑफ क्राइम के तहत चिह्नित की है और 4 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है.
बता दें कि संदेशखाली में महिलाओं ने आरोप लगाया था कि शेख शाहजहां और उनके करीबी उन लोगों को धमकाते थे और फिर उनसे जबरन जमीन हड़प लेते थे. यौन उत्पीड़न की शिकायत करते हुए महिलाओं ने प्रदर्शन भी किया था. उसके बाद ही शेख शाहजहां और उनके करीबियों को गिरफ्तार किया गया था.
संदेशखाली में महिला ने फिर लगाए ये आरोप
दूसरी ओर, एक महिला ने गुरुवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि हाल ही में जब वह संदेशखाली में अपने घर से बाहर निकली तो तीन लोगों ने उसका अपहरण करने का प्रयास किया. सूत्रों ने आरोप लगाया कि महिला कथित अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रूप से शामिल है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रात ढाई बजे तीन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया. उसने शिकायत में दो लोगों का नाम लिया है. अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
संदेशखाली को लेकर बीजेपी का बड़ा आरोप
भाजपा नेता और वकील प्रियंका टिबरेवाल द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक कथित वीडियो में, महिला को यह कहते हुए सुना गया कि उसका मुंह बंद कर दिया गया और उसे घर से बाहर खींच लिया गया, लेकिन उसकी बेटी के चिल्लाने और स्थानीय लोगों के इकट्ठा होने के बाद, “अपहरणकर्ताओं” ने उसे एक तालाब के पास फेंक दिया.
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उस पर स्थानीय अदालत को यह बताने के लिए दबाव डाला गया था कि क्षेत्र में महिलाओं पर कथित अत्याचार “झूठे” थे. इस बीच, राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने संवाददाताओं से कहा कि प्रदर्शनकारियों पर शिकायतें वापस लेने के लिए लगातार दबाव और धमकियां दी जा रही हैं और अपहरण के प्रयास ने अत्याचारों को दबाने के लिए टीएमसी की करतूत का खुलासा किया है.
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