छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विंष्णुदेव साय ने महाराणा प्रताप की जयंती पर उन्हें नमन किया है। ज्ञात हो कि महाराणा प्रताप को भारत में वीरता और स्वाभिमान का प्रतीक माना जाता है।
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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि मां भारती के वीर सपूत, परम प्रतापी, शूरवीर महाराणा प्रताप जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन।
ज्ञात हो कि महाराणा प्रताप मेवाड़ के राणा उदय सिंह और महारानी जयवंता बाई के पुत्र थे। महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को कुंभलगढ़ के किले में हुआ था। साल 1572 में अपने पिता की मृत्यू के पश्चात महाराणा प्रताप ने मेवाड़ की राजगद्दी संभाली थी। इसके बाद उन्होंने कई सालों तक मुगलों और अकबर की सेना से लोहा लिया था। एक समय ऐसा भी आया था कि जब महाराणा प्रताप को जंगल में रहना पड़ा था। उन्होंने घास की रोटी खाई थी, किंतु अकबर के सामने झुकना मंजूर नहीं किया था।
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