भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रगनानंद नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के पहले दौर में फ्रांस के अलीरजा फिरोजा से खेलेंगे, जबकि आर वैशाली की टक्कर महिला विश्व चैंपियन चीन की वेंजुन जू से होगी।
नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में पुरुष वर्ग में शीर्ष छह ग्रैंडमास्टर भाग लेंगे जबकि महिला वर्ग में शीर्ष छह खिलाड़ी खेलेंगी। वहीं, दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन लंबे समय बाद क्लासिकल शतरंज टूर्नामेंट में भाग लेंगे। भारतीय शतरंज खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में सराहनीय प्रदर्शन किया है जिससे सभी की उम्मीदें एक बार फिर इनसे बेहतर प्रदर्शन की होगी।
डिंग लिरेन पर रहेंगी नजरें
सभी की नजरें मौजूदा विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन पर होंगी जो साल के आखिर में भारत के डी गुकेश की चुनौती का सामना करेंगे। रूस के इयान नेपोम्नियाश्चि को विश्व चैंपियनशिप मुकाबले में हराने के बाद उन्होंने काफी कम प्रतिस्पर्धी शतरंज खेली है। पहले दौर में उनका सामना कार्लसन से होगा। इनके अलावा अमेरिका के फेबियानो कारूआना और हिकारू नकामूरा भी इसमें भाग लेंगे। दोनों पहले दौर में एक दूसरे के आमने सामने होंगे। महिला वर्ग में वैशाली के अलावा कोनेरू हम्पी, यूक्रेन की अन्ना मुजिचुक ,स्वीडन की पिया क्रामलिंग और चीन की वेनजुन और तिंगजि लेइ भाग लेंगे।
अलग होता है प्रारूप
इस टूर्नामेंट का प्रारूप दूसरों से अलग है और इसमें किसी मुकाबले में अंक नहीं बंटते हैं। ड्रॉ होने पर खिलाड़ी टाइब्रेकर खेलेंगे। क्लासिकल टाइम कंट्रोल के तहत जीतने पर तीन अंक मिलेंगे, जबकि ड्रॉ रहने पर टाइब्रेकर जीतने वाले को डेढ़ और हारने वाले को एक अंक दिया जाएगा।
डिंग लिरेन पर रहेंगी नजरें
सभी की नजरें मौजूदा विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन पर होंगी जो साल के आखिर में भारत के डी गुकेश की चुनौती का सामना करेंगे। रूस के इयान नेपोम्नियाश्चि को विश्व चैंपियनशिप मुकाबले में हराने के बाद उन्होंने काफी कम प्रतिस्पर्धी शतरंज खेली है। पहले दौर में उनका सामना कार्लसन से होगा। इनके अलावा अमेरिका के फेबियानो कारूआना और हिकारू नकामूरा भी इसमें भाग लेंगे। दोनों पहले दौर में एक दूसरे के आमने सामने होंगे। महिला वर्ग में वैशाली के अलावा कोनेरू हम्पी, यूक्रेन की अन्ना मुजिचुक ,स्वीडन की पिया क्रामलिंग और चीन की वेनजुन और तिंगजि लेइ भाग लेंगे।
अलग होता है प्रारूप
इस टूर्नामेंट का प्रारूप दूसरों से अलग है और इसमें किसी मुकाबले में अंक नहीं बंटते हैं। ड्रॉ होने पर खिलाड़ी टाइब्रेकर खेलेंगे। क्लासिकल टाइम कंट्रोल के तहत जीतने पर तीन अंक मिलेंगे, जबकि ड्रॉ रहने पर टाइब्रेकर जीतने वाले को डेढ़ और हारने वाले को एक अंक दिया जाएगा।
एक टिप्पणी भेजें