ने चीन के खिलाफ गंभीर चेतावनी जारी की है। द नेशनल साइबर सिक्योरिटी एलायंस में सूचना सुरक्षा और सहभागिता के निदेशक की जिम्मेदारी संभाल रहे क्लिफ स्टीनहाउर ने कहा है कि चीन इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को हैक करवा सकता है।
दुनिया का सबसे बड़ा कार निर्यातक है चीन
क्लिफ स्टीनहाउर ने कहा है कि चीन पिछले साल से दुनिया का सबसे बड़ा कार निर्यातक बन चुका है। ऐसे में वह कारों को अपने हिसाब से डाटा संग्रहीत कर कभी भी तबाही ला सकता है। वह कारों का वाईफाई एक्सेस करने का काम हैकिंग से कर सकता है। चीन की कारों में कंप्यूटर का इस्तेमाल काफी अधिक किया गया है। चीन की बनी मोटरों में बड़ी तोड़फोड़ पश्चिमी देशों के लिए चाल हो सकती है। चीन अपनी कारों का जिस तरीके से शोध और टेस्टिंग कर रहा है। उससे पता लग सकता है कि वह कैसे सॉफ्टवेयर के सहारे पूरी कार को नियंत्रण में ले सकता है। कई वीडियो भी ऐसे मिले हैं, जिसमें ऐसी टेस्टिंग देखी गई हो। हमें चीन की इस तकनीक पर लगातार नजर रखने की जरूरत है। चीनी कार निर्माताओं की सोच है कि उनकी बनी कार में कोई दिक्कत आए, तो सिर्फ वही लोग ठीक कर सकें। कार का मालिक दोबारा उन्हीं के पास चलकर आए। लेकिन ऐसी परिस्थितियों को बदलने की जरूरत है।
माइक्रोसॉफ्ट भी चेतावनी दे चुका है कि चीन अमेरिका में होने जा रहे चुनाव में अराजकता फैला सकता है। कारों का अमेरिकी सिग्नल्स को कैच न करना, अचानक नियंत्रण खो देना आदि संकेतों को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। इससे पहले कुछ ऐसी ही चेतावनी अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो ने जारी की थी। रायमोंडो ने कहा था कि चीन के वाहन हमारी सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। इनकी अनदेखी नहीं की जा सकती।
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