दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनके आवास पर आम आदमी पार्टी (आप) की सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई कथित मारपीट को लेकर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को कहा कि वह मामले में निष्पक्ष जांच चाहते हैं।
पुलिस मामला दर्ज कर कुमार को गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्यमंत्री ने 'पीटीआई-भाषा'को दिए साक्षात्कार में कहा कि मामला इस समय 'अदालत में विचाराधीन' है और उनकी टिप्पणी से प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। केजरीवाल ने कहा, ''लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि निष्पक्ष जांच होगी। न्याय होना चाहिए। घटना को लेकर दो संस्करण है। पुलिस को दोनों संस्करण की निष्पक्ष तरीके से जांच करनी चाहिए और न्याय किया जाना चाहिए।'' केजरीवाल के सहायक इस समय पांच दिन की पुलिस हिरासत में हैं। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए मालीवाल ने कहा कि केजरीवाल ने अंतत: कहा कि वह मामले में निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच चाहते हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, ''मेरे कंप्लेंट फाइल करते ही नेताओं और वालंटियर की पूरी आर्मी मेरे पीछे लगाई गई, मुझे भाजपा का एजेंट बुलाया गया, मेरा चरित्र हनन कराया गया, काट पीट के वीडियो लीक की गई, पीड़िता को शर्मसार किया गया।'' मालीवाल ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, '' आरोपी के साथ घूमे, उसको क्राइम सीन पे दोबारा आने दिया और सबूत से छेड़ छाड़ करी गई, आरोपी के लिये खुद सड़क पे उतर गये, और अब मुख्यमंत्री साहब जिनके ड्राइंग रूम में मुझे पीटा गया, वो कह रहे हैं कि उन्हें इस मामले में निष्पक्ष जांच चाहिए।''
मालीवाल ने कहा, ''इससे बड़ी विडंबना क्या ही होगी। मैं इसे नहीं मानती। कथनी और करनी एक समान होनी चाहिये।'' इससे पहले बुधवार को ही मालीवाल ने कहा था कि पार्टी में सभी पर उनकी छवि को धूमिल करने के लिए 'बहुत अधिक दबाव'है। राज्यसभा सदस्य मालीवाल ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ''कल मुझे पार्टी के एक बड़े नेता का फोन आया। उन्होंने मुझे बताया कि कैसे हर किसी पर बहुत दबाव है कि उन्हें मेरे खिलाफ बुरी बातें कहनी हैं। उन्हें मेरी निजी तस्वीरें लीक करके मुझे परेशान करना है। कहा जा रहा है कि जो कोई भी मेरा समर्थन करेगा उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा।''
उन्होंने कहा, ''किसी को संवाददाता सम्मेलन करने का काम मिला है तो किसी को ट्वीट करने की जिम्मेदारी दी गई है। किसी को अमेरिका में बैठे कार्यकर्ताओं को फोन करने और मेरे खिलाफ कुछ चीजें निकालने का काम भी सौंपा गया है।'' कुमार को मंगलवार को उनके फोन का डाटा बरामद करने के लिए मुंबई ले जाया गया था जिसे कथित तौर पर पर उन्होंने गिरफ्तारी से पहले हटा दिया था।
पुलिस को संदेह है कि कुमार ने मुंबई में किसी व्यक्ति या उपकरण पर डाटा स्थानांतरित करने के बाद अपने फोन को 'फॉर्मेट' कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि कुमार का फोन और लैपटॉप के साथ-साथ केजरीवाल के आवास की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग फॉरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है। उन्होंने बताया कि कुमार की पुलिस हिरासत बृहस्पतिवार को समाप्त हो रही है और जांचकर्ता मामले से जुड़े सभी सबूत एकत्र करने की कोशिश कर रहे हैं।''
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