लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की सेहत और उनके सचिव वीके पांडियन की काफी चर्चा हुई. पीएम मोदी ने भी चुनावी रैलियों में पटनायक की सेहत को लेकर चिंता जताई. इस पर सीएम की तरफ से जवाब भी आया.
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने कहा है कि वीके पांडियन उनके उत्तराधिकारी नहीं हैं. ये फैसला ओडिशा के लोग करेंगे. विपक्ष के दावे ‘सीएम की तरफ से पांडियन फैसले लेते हैं’ पर पटनायक ने कहा कि यह पुराना आरोप है. इसका कोई महत्व नहीं है. एक अन्य सवाल ‘क्या बीजेडी के अन्य नेताओं से पांडियन को ज्यादा तरजीह दी जा रही है?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये बेतुकी बातें हैं. हमारी पार्टी के नेता मंत्री और जनता के प्रतिनिधि के तौर पर सेवा कर रहे हैं. वो अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का सही तरीके से उपयोग कर रहे हैं.
‘यह वोट पाने की चाल, अफवाह फैलाई जा रही’
‘पीएम मोदी ने ओडिशा के सीएम के स्वास्थ्य की जांच के लिए समिति बनाने की बात कही है’ इसके जवाब में सीएम पटनायक ने कहा कि वास्तव में उनको मेरे स्वास्थ्य की चिंता थी तो बयान देने के बजाय फोन कर सकते थे. यह वोट पाने की एक चाल है. पिछले दस साल से दिल्ली के लोग मेरे स्वास्थ्य को लेकर अफवाहें फैला रहे हैं. बताना चाहता हूं कि मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं.
‘जब इसकी जरूरत होगी तो विचार करेंगे’
सीएम नवीन पटनायक ने कहा, मुझे कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है. गर्मी में भी प्रचार कर रहा हूं. मैं हमेशा कैबिनेट बैठकों की अध्यक्षता करता हूं. ऐसी कोई मीटिंग नहीं होगी जिसमें मैं नहीं रहा हूंगा. बीजेपी के संभावित समर्थन से जुड़े सवाल पर सीएम ने कहा कि जब इसकी जरूरत होगी तो विचार करेंगे. इस लोकसभा चुनाव और विधानसभा की सीटों पर हमारी पार्टी जीतेगी. हम राज्य में सरकार बनाएंगे.
एक टिप्पणी भेजें