- भाजपा के ज्यादा विधायक फिर भी शिवसेना का सीएम, ये मेरी बाला साहेब को श्रद्धांजलिः पीएम मोदी | सच्चाईयाँ न्यूज़

गुरुवार, 2 मई 2024

भाजपा के ज्यादा विधायक फिर भी शिवसेना का सीएम, ये मेरी बाला साहेब को श्रद्धांजलिः पीएम मोदी


यह चुनाव आखिरी चुनाव है. अब चुनाव होंगे ही नहीं, ऐसा उद्धव ठाकरे कहते हैं... इस पर पीएम मोदी ने कहा, '2014 में भी यह लोग कहते थे कि यह चुनाव आखिरी चुनाव है, इसके बाद कोई चुनाव नहीं होगा. 2019 में भी उन्होंने यही बात कही और अब 2024 में भी वह यही कह रहे हैं. इसका मतलब यह है कि हमारे विरोधियों के पास कुछ भी नया नहीं है.'

लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतवर्ष के साथ खास बातचीत में महाराष्ट्र की चुनावी दशा और दिशा पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के सबसे ज्यादा विधायक लेकिन फिर भी वहां मुख्यमंत्री शिवसेना का है और यही मेरी बालासाहेब को श्रद्धांजलि है. पीएम मोदी ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे बायोलॉजिकली तो बालासाहेब के बेटे हैं ही, मेरा यह विषय ही नहीं है. वह बीमार थे तो मैं तुरंत फोन किया था. मैं रोजाना फोन करके उनसे पूछता था. ऑपरेशन से पहले उन्होंने फोन किया था कि भाई साहब आपका क्या सुझाव है. मैंने कहा था कि देखिए पहले ऑपरेशन करा लीजिए. आप बाकी चिंता छोड़ दीजिए शरीर पर पहले ध्यान दीजिए.’

उन्होंने कहा, ‘बालासाहेब के बेटे के नाते तो मैं उनका मान सम्मान करुंगा ही करूंगा. वह मेरे दुश्मन नहीं हैं और कोई मुसीबत होगी तो मैं पहला व्यक्ति हूं जो उनकी मदद करूंगा, परिवार के नाते. जहां तक बालासाहेब ठाकरे के विचार हैं, मैं उनके लिए जिऊंगा. मेरे प्रति उनका अतिशय प्रेम था. मैं वह कर्ज भूल नहीं सकता हूं. आज जिस शिवसेना के साथ हम बैठे हैं, हमारे पास ज्यादा विधायक हैं, फिर भी शिवसेना का मुख्यमंत्री है, यह मेरी तरफ से बालासाहेब को श्रद्धांजलि है.’

‘जिसकी संभावना नहीं है उस पर क्या बात की जाए?’

यह चुनाव आखिरी चुनाव है. अब चुनाव होंगे ही नहीं, ऐसा उद्धव ठाकरे कहते हैं… इस पर पीएम मोदी ने कहा, ‘2014 में भी यह लोग कहते थे कि यह चुनाव आखिरी चुनाव है, इसके बाद कोई चुनाव नहीं होगा. 2019 में भी उन्होंने यही बात कही और अब 2024 में भी वह यही कह रहे हैं. इसका मतलब यह है कि हमारे विरोधियों के पास कुछ भी नया नहीं है.’

उन्होंने कहा, ‘जो चीज होनी नहीं है, होती नहीं है, संभावना नहीं है, उसके लिए आप क्या बात करेंगे. इतना बड़ा संविधान है, जिस देश में 900 टीवी चैनल चलते हैं, वहां कोई डिक्टेटर पैदा नहीं हो सकता है. जिस देश के अंदर न्यायालय इतना वाइब्रेंट हो, उस देश के अंदर कभी डिक्टेटर पैदा नहीं हो सकता है. वह जमाना चला गया जब 1975 में देश ने मुसीबत झेली. दोबारा उस स्थिति में यह देश आ ही नहीं सकता.’

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