हरियाणा के झज्जर के सुलौधा गांव में उधारी कोल्ड ड्रिंक न देने पर घर में घुसकर व रेवाड़ी सेक्टर-4 थाने में तैनात सिपाही राजपाल की हत्या मामले में शनिवार को ग्रामीण एंबुलेंस में शव को लेकर लघु सचिवालय पहुंचे।
सूचना पाकर एसीपी शमशेर सिंह व पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और उनको समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। बहुत समझाने के बाद ग्रामीणा चेतावनी देते हुए मान गए।
लगभग दो घंटे लघु सचिवालय में जमकर हंगामा हुआ। कई बार पुलिस व ग्रामीणों के बीच बहस भी हुई। ग्रामीणों ने शव रखने के लिए बर्फ की सिल्ली तक मंगवा ली, लेकिन अन्य ग्रामीणों के समझाने पर परिजन मान गए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि पुलिस प्रशासन ने पांच दिन में कार्रवाई नहीं की तो वह कड़ा कदम उठाने को मजबूर होंगे।
इसके बाद ग्रामीण एंबुलेंस में रखे शव को लेकर वापस चले गए, जहां गांव में शव का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले शुक्रवार को ग्रामीण राजपाल के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर लघु सचिवालय आए थे।
उस समय भी एसीपी शमशेर सिंह ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन शनिवार तक भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर ग्रामीण रोहतक से सीधा शव एंबुलेंस में लेकर लघु सचिवालय पहुंच गए और एंबुलेंस के आगे जमीन पर बैठ गए। ग्रामीणों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले में आरोपियों के परिवार के दो सदस्यों को हिरासत में लिया गया है जबकि नाकाफी है। मुख्य आरोपी अभी भी बाहर खुलेआम घूम रहे हैं। उनको जल्द गिरफ्तार किया जाए। सूचना पाकर एसीपी शमशेर मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। कुछ समय बाद ग्रामीण मान गए।
शव रखने के लिए मंगवाई बर्फ
ग्रामीणों ने शव को रखने के लिए बर्फ की तीन सिल्ली भी लघु सचिवालय में मंगवाई। शव को बर्फ में रखने की तैयारी भी शुरू कर दी थी। इस दौरान कुछ लोगों ने समझाया कि ऐसा करने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि चुनाव आचार संहिता भी लगी हुई है। इसके बाद ग्रामीण समझ गए और शव नहीं रखा गया।
पांच टीमें कर रही छापामारी
इस मामले में पुलिस ने पांच टीमों का गठन किया हुआ है। पांचों टीमें अलग-अलग स्थानों पर छापामारी कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इस मामले में पांच टीमों का गठन कर छापेमारी की जा रही है। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। -शमशेर सिंह, एसीपी, झज्जर
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