गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले 4 शातिर अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। टीम ने इनके कब्जे से 4 पिस्टल, मैगजीन व 6 तमंचे बरामद किए हैं।
क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को थाना मुरादनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया। आरोपी अनस ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन किया है।
पढ़ाई के बाद उसकी दोस्ती आपराधिक लोगों से हो गयी। इसी बीच उसकी मुलाकात मेरठ के अमन उर्फ अन्नू से हुई, जो बिहार और मध्य प्रदेश से तस्करी कर लाई गईं पिस्टलों की सप्लाई करने का काम करता था।
अनस उसके साथ मिलकर आस-पास के क्षेत्रों में पिस्टल बिकवाने लगा। अनस 2021 मे मुरादनगर में शाहरुख के मर्डर में जेल गया था। जेल से छूटने के बाद इसकी मुलाकात अनस गाजी से हुई। वह भी हत्या, रंगदारी व हत्या के प्रयास आदि मामलों में जेल जा चुका है।
दोनों मेरठ के बिजली बंबा निवासी मोईन और हुमायूं नगर निवासी अमन उर्फ अन्नू से पिस्टल व तमंचे लाते हैं और उनको ईनाम, आरिफ व अंकित के माध्यम से आगे बेच देते हैं।
पकड़े गए दूसरे आरोपी अनस ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह 10वीं पास है। साल 2016 में पहली बार हत्या के प्रयास में जेल गया था। तीसरा आरोपी आरिफ कुरैशी 5वीं पास है। वह शातिर किस्म का अपराधी है।
चौथे आरोपी इनाम कुरैशी ने बताया कि वह मूल रूप से गौतमबुद्ध नगर के जारचा का रहने वाला है। लेकिन इस समय गाजियाबाद में डासना गेट में किराये के मकान में रहता है। वह भैंसों के खरीदने-बेचने का काम करता था। 2014 में नौशाद मर्डर में जेल गया था।
पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी शातिर किस्म के अंतरराज्यीय हथियार तस्कर हैं। ये पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर में हथियारों की तस्करी करते हैं। आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर टीमें गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही हैं।
एक टिप्पणी भेजें