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गुरुवार, 2 मई 2024

यूपी पुलिस, नगर निगम और बैंक. लॉरेंस के गुर्गों के फर्जी पासपोर्ट मामले में नपेंगे कई अधिकारी


 राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे राहुल कुमार और महेंद्र कुमार के फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट बनवाने के मामले में मेरठ की कंकरखेड़ा पुलिस, नगर निगम और एक बैंक के अधिकारियों की गर्दन पर भी तलवार लटक गई है.

बीकानेर पुलिस ने राहुल और महेंद्र के दुबई फरार होने के पीछे राजू वैद्य को मुख्य आरोपी बनाते हुए, कंकरखेड़ा पुलिस, नगर निगम और बैंक के अधिकारियों को भी लापरवाही का आरोपी बनाया है.


दोनों आरोपी पासपोर्ट बनवाने के लिए सात दिन मेरठ में रुके थे. घूस देकर हर जगह दोनों ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर पासपोर्ट पा लिया. वहीं, राजू वैद्य का रिमांड पूरा होने के बाद बुधवार को उसे जेल भेज दिया गया. गुजरात की साबरमती जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्वोई के गुर्गे श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर राजस्थान निवासी राहुल कुमार और महेंद्र कुमार के खिलाफ करोड़ों रुपये की रंगदारी मांगे जाने का मामला दर्ज हुआ था.

राहुल और महेंद्र के पीछे बीकानेर क्राइम ब्रांच लगी तो दोनों आरोपी फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गए. जांच में सामने आया कि दोनों के पासपोर्ट कंकरखेड़ा श्रद्धापुरी के पते पर बनवाए गए. पुलिस ने इस मामले में कंकरखेड़ा के साइबर कैफे और गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस के पास कैफे चलाने वाले राजू को गिरफ्तार किया. राजू ने बताया कि उसने ही दोनों के दस्तावेज बनवाए थे.

लॉरेंस के गुर्गों के फर्जी पासपोर्ट

हाल ही में, लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों का फर्जी पासपोर्ट बनाने को लेकर एक खुलासा हुआ था. सामने आया है कि उनके पासपोर्ट बनाने के लिए फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी और पैन कार्ड नई दिल्ली के तुगलकाबाद में एक आधार सेंटर पर बनाए गए. इन्हीं कागजातों से फर्जी पासपोर्ट बनाया गया. जिसकी मदद से वे विदेश भागने में सफल हो सके. लॉरेंस के जिन गुर्गों के लिए इन फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया गया उनमें, रोहित गोदारा, अंकित जाखड़, सचिन थापन और सुनील उर्फ गोली शामिल हैं. इन सभी गुर्गों ने बड़े अपराधों को अंजाम दिया. जिस कारण अलग-अलग राज्यों की पुलिस इनके पीछे पड़ी थी. पुलिस से बचने के लिए इन अपराधियों को विदेश भागना था और इसके लिए पासपोर्ट की जरूरत थी. पासपोर्ट बनाने वाले राहुल सरकार ने रुपयों के लालच में अपराधियों के फर्जी पासपोर्ट बनवाए. उसने अपराधियों से सिर्फ फोटो मंगवाए. बाकी पासपोर्ट के लिए जरूरी कागजात जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी फर्जी नाम से तैयार करवा लिए.

डेढ़ लाख रुपये और बन गया नकली पासपोर्ट

पता चला है कि नई दिल्ली में तुगलकाबाद एक्सटेंशन में राहुल सरकार के दोस्त नवनीत प्रजापति का आधार सेंटर है. राहुल ने नवनीत से ही केवल फोटो देकर फर्जी नाम-पते से आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी बनवाई. इन फर्जी कागजातों से तत्काल पासपोर्ट के लिए आवेदन किया और नई दिल्ली में आईटी प्रगति मैदान के पास पासपोर्ट ऑफिस से फर्जी पासपोर्ट बनवा लिए. ज्यादातर अपराधियों के पासपोर्ट नई दिल्ली में पुष्पा भवन पोस्ट ऑफिस पहुंचे. यहां राहुल खुद रिश्तेदार बनकर पासपोर्ट हासिल कर लेता. एक फर्जी पासपोर्ट को बनाने में डेढ़ लाख रुपये का खर्च होता था।

उत्तराखंड से राहुल गिरफ्तार

वहीं, आधार सेंटर पर नवनीत और उसका भांजा सोमनाथ काम करते थे. राहुल सरकार ने पासपोर्ट के लिए सोमनाथ से तत्काल में आवेदन करवाए. फिर फर्जी पासपोर्ट से गैंगस्टर के गुर्गे विदेश भाग गए. अब उन्हें गिरफ्त में लेना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा है. बता दें, इसी महीने राजस्थान पुलिस ने राहुल सरकार को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था.

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