बिजनेस डेस्कः इधर दुनिया भर में मशहूर वाहन कंपनी टेस्ला भारत आने की तैयारी कर रही है उधर तमाम राज्य सरकारें उसे अपने यहां कारखाना लगाने के लिए लुभाने में जुट गई हैं। सूत्रों के अनुसार इस होड़ में गुजरात सबसे आगे है और तमिलनाडु तथा तेलंगाना भी ज्यादा पीछे नहीं हैं।
यह हलचल उस खबर के बाद हुई है, जिसके मुताबिक अमेरिका से टेस्ला की एक टीम भारत आएगी और 200 से 300 करोड़ डॉलर की लागत से इलेक्ट्रिक वाहन कारखाना लगाने के लिए जमीन का मुआयना करेगी। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया, ‘टेस्ला को लुभाने में अभी गुजरात सबसे आगे है। वाहन बनाने के लिए मजबूत बुनियादी ढांचे वाले तमिलनाडु और तेलंगाना भी परियोजना हासिल करने की संभावना तलाश रहे हैं। महाराष्ट्र भी पुणे में संयंत्र के लिए टेस्ला को लुभाने में लगा है।’
टेस्ला से जुड़ी सरगर्मी तीन साल के अंदर कम से कम 50 करोड़ डॉलर का निवेश करने और कारखाना लगाने वाली कंपनियों के लिए ईवी पर आयात कर घटाने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद बढ़ी है। टेस्ला के लिए भारत में आना इसलिए भी अहम है क्योंकि दुनिया भर में उसकी बिक्री घटी है। एलन मस्क की टेस्ला की वैश्विक बिक्री इस साल की पहली तिमाही में 8.5 फीसदी घटकर 3,86,810 वाहन ही रही। चीन में स्थानीय ईवी विनिर्माताओं से मिल रही कड़ी टक्कर के कारण टेस्ला की बिक्री पर असर पड़ा है।
तेलंगाना के उद्योग और आईटी मंत्री डी श्रीधर बाबू पहले ही कह चुके हैं कि राज्य सरकार टेस्ला को लाने का पूरा प्रयास कर रही है और इस बारे में बात भी हो चुकी है। तेलंगाना पिछले साल दिसंबर से ही टेस्ला की निवेश योजना पर काम कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि तेलंगाना टेस्ला से निवेश हासिल करने के लिए शर्तों में रियायत देने के लिए भी तैयार है।
तमिलनाडु सरकार अपने यहां वाहन के ढांचे की मौजूदगी देखते हुए टेस्ला को लाना चाह रही है। घटनाक्रम के जानकार एक सूत्र ने कहा, ‘जो भी कंपनी निवेश करना चाहती है, उसकी पहली पसंद तमिलनाडु होती है।’
पिछले तीन महीनों में राज्य में वाहन क्षेत्र में दो बड़ा निवेश हुए हैं और उसके बाद टेस्ला से बात की जा रही है। पहला निवेश वियतनाम की ईवी कंपनी विनफास्ट ने किया है, जो वैश्विक बाजार में टेस्ला की प्रतिस्पर्धी है। उसने तूत्तुकुडि में 16,000 करोड़ रुपए के निवेश से ईवी बनाने के कारखाने पर काम शुरू कर दिया है। टाटा मोटर्स और तमिलनाडु सरकार ने भी रानीपेट में 9,000 करोड़ रुपए के निवेश से कारखाना लगाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
एक टिप्पणी भेजें