राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने लोकसभा चुनावों के बीच आरक्षण पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने रविवार को कहा कि संघ परिवार ने कुछ समूहों को आरक्षण देने का कभी विरोध नहीं किया है।
मोहन भागवत ने कहा कि आरक्षण और संघ को लेकर फेक वीडियो फैलाया जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि इस बारे में हम बाहर नहीं बोल सकते हैं। यह सब पूरी तरह से झूठ है। आरएसएस प्रमुख भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखाई नहीं देता हो।
आरक्षण छीन लेना चाहती है भाजपा: राहुल गांधी
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के कई नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबियों के बयानों से स्पष्ट है कि उनका मकसद संविधान बदलना है। ऐसा करके वे देश का लोकतंत्र तबाह करना और दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों का आरक्षण छीन कर उनकी भागीदारी खत्म करना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि संविधान और आरक्षण की रक्षा के लिए कांग्रेस चट्टान की तरह भाजपा की राह में खड़ी है। उनका कहना है कि जब तक कांग्रेस है- वंचितों से उनका आरक्षण दुनिया की कोई ताकत नहीं छीन सकती। कांग्रेस और उसके शीर्ष नेता इस लोकसभा चुनाव में लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने के प्रयास में है। दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने हाल में कई चुनावी जनसभाओं में आरोप लगाए कि कांग्रेस एससी, एसटी व ओबीसी के आरक्षण को मुस्लिम समुदाय को देना चाहती है।
संविधान और आरक्षण खत्म करना चाहती है बीजेपी: संजय सिंह
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा संविधान और आरक्षण खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा, 'अगर भाजपा जीतेगी तो देश में तानाशाही होगी। मैं कहना चाहूंगा कि सूरत तो सिर्फ एक उदाहरण है, पूरा देश दांव पर है।' उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बाबा साहेब के संविधान और वोट की ताकत को खत्म करना चाहती है। वह दलितों, पिछड़े समुदायों और शोषित वर्गों के आरक्षण के अधिकार को भी खत्म करना चाहती है।
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