अलवर में पत्नी के रील बनाने से परेशान एक पति ने सुसाइड कर लिया. पति ने कई बार पत्नी को रील बनाने से मना किया था लेकिन वो नहीं मानी. इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ने लगा था.
रैणी थाना इलाके के नांगलबास गांव का रहने वाला सिद्धार्थ दौसा में स्वास्थ्य विभाग में एलडीसी (अवर श्रेणी लिपिक) के पद पर कार्यरत था. डेढ़ साल पहले पिता की जगह अनुकंपा पर नौकरी लगी थी. सिद्धार्थ की माया नाम की लड़की से शादी हुई. 5 अप्रैल को सिद्धार्थ ने आत्महत्या कर ली. 6 अप्रैल को परिजनों ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई.
दरअसल, माया को सोशल मीडिया पर रील बनाने का शौक था. इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील बनाकर डालती थी तो लोग उसे पर अश्लील कमेंट करते थे. पत्नी की रील पर अश्लील कमेंट सिद्धार्थ को बिल्कुल भी पसंद नहीं थे. इसी को लेकर माया और सिद्धार्थ के बीच विवाद होने लगा. सिद्धार्थ और माया की तीन बेटियां और एक बेटा है.
सिद्धार्थ ने माया को रील बनाने से मना किया. लेकिन माया नहीं मानी. इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगा. विवाद बढ़ने लगा तो माया घर छोड़कर अपने मायके चली गई और उसने सिद्धार्थ पर आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी थी. बताया कि सिद्धार्थ शराब पीने का आदी हो गया है जिसके चलते भी उन दोनों के बीच विवाद बढ़ने लगा है.
आत्महत्या करने से पहले सोशल मीडिया पर सिद्धार्थ ऑनलाइन आया और कहने लगा, ''वह भी वीडियो देख रही है. सुन ले, तू तलाक ले ले. चारों बच्चे मेरे पास रहेंगे. रतिराम कौन है, मैं तेरा पति हूं. मैं कहूंगा वो होगा. आज जाकर लाइव आया हूं. अपने भाई को मरने छोड़ दूं. सोशल मीडिया के माध्यम से यह कह रहा हूं मैं मर जाऊंगा. मेरे भाई और उसकी लड़ाई हुई है. कैसे हो गया है. मैं मेरे भाई का साथ हूं. कहा कि मेरी आईडी और मेरी सिम सब कुछ ससुराल वालों के पास है. कुछ लोग मुझे गलत बताएंगे. लेकिन मैं अपने भाई का साथ नहीं छोडूंगा. मेरी मौत की जिम्मेदार रतिराम और माया है. मेरा भाई सेफ है. मेरे परिवार की लड़ाई थी. यह मैं मानता हूं, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए कि किसी को फंसा दिया जाए. मैंने अपने ससुराल वालों के कई बार पैर भी पड़े. इससे अधिक कुछ नहीं करना चाहता. लेकिन अब मैं धज्जियां उड़ा दूंगा. इससे पहले मैंने कभी रील नहीं बनाई. लेकिन अब मैं मजबूरी में लाइव आया हूं.
लाइव आकर सिद्धार्थ ने कहा, मैंने आजतक रील नहीं बनाई. मेरी अगर कोई गलती हो तो बता देना. मेरा माया से पर्सनली कोई लड़ाई व झगड़ा नहीं है. वो मेरे भाई को फंसाना चाह रही है. बस यही मेरी लड़ाई है. मैं अपने भाई के साथ हूं जो समझदार आदमी होगा. वो तो खुद समझ जाएगा कभी घर परिवार में कई तरह की दिक्कत होती है. परिवार वाले लोगों को यह सब पता है. समझदार आदमी बढ़िया कमेंट कर रहे हैं. लेकिन कुछ लोग गंदे कमेंट कर रहे हैं. जब तुम्हारे घर में ऐसा होगा. तब तुमको समझ आएगा. मैं अपने परिवार को टूटे हुए नहीं देख सकता और ना टूटने दूंगा. इसके लिए मैं अपनी जान भी लगा दूंगा. ऐसी पत्नी व लड़कियां तो बहुत मिल जाएगी. लेकिन परिवार नहीं मिलता. अगर मैं मरता हूं तो मैंने अपना नॉमिनी अपने भाई को बनाया जाए. मुझे अपने ससुराल और पत्नी से कोई मतलब नहीं है. मेरे भाई और उसके बच्चों को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए और उन्हीं को सभी तरह का क्लेम भी मिलना चाहिए.''
सिद्धार्थ का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. तो वहीं पुलिस अब इस मामले पर जांच पड़ताल में जुटी है.
पुलिस अधीक्षक (SP) आनंद शर्मा ने कहा कि परिजनों की शिकायत के बाद मीडिया के माध्यम से सामने आए वीडियो में इस एंगल पर भी जांच पड़ताल की जा रही है. इस संबंध में परिजनों के बयान दर्ज किए गए हैं. तो मृतक की पत्नी पर बच्चों से भी पूछताछ की गई है. सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी चेक किया जा रहा है. जिन लोगों ने कमेंट किए थे उनसे भी संपर्क किया जाएगा.
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