लोकसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन का काम पूरा होते ही साउथ सिनेमा के दिग्गज अभिनेता कमल हासन चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। तीन दिन पहले ही उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कझगम के अध्यक्ष एम के स्टालिन से मुलाकात की और बीती रात पार्टी के पक्ष में चुनावी रैलियां शुरू कर दी हैं।
कमल हासन की दो फिल्में इन दिनों मुंबई में खासी चर्चा में हैं। मतदान के नतीजे आने से पहले उनकी फिल्म 'कल्कि 2898 एडी' रिलीज होगी और उसके बाद आएगी उनकी बहुचर्चित फिल्म 'इंडियन' की सीक्वल 'इंडियन 2'। दोनों फिल्मों की हिंदी भाषी क्षेत्रों में खासी मांग है और मुंबई के कई फिल्म वितरक इन दोनों फिल्मों का उत्तर भारत में वितरण करने के लिए लगातार कारोबारी चर्चाएं करते रहे हैं। कमल हासन की राजनीति में गहरी दिलचस्पी रही है। साल 2018 में वह पहली बार पूरी तरह से सक्रिय राजनीति में उतरे थे।
अब 30 मार्च को उनकी डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बाद से दक्षिण के इस सबसे महत्वपूर्ण राज्य की सियासत नई करवट लेती दिख रही है। बीती रात कमल हासन इस लोकसभा चुनाव में पहली बार डीएमके प्रत्याशी डी रविकुमार का प्रचार करने निकले। देर रात तक चले इस प्रचार के दौरान कमल हासन को रविकुमार के लिए हाथ जोड़कर वोट मांगते देखा गया और इन रैलियों के जो चित्र रविकुमार ने सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं, वे दिखा रहे हैं कि कमल हासन का रुतबा तमिलनाडु की सियासत में अभी और बढ़ने वाला है।
अपनी राजनीतिक पार्टी मक्कल नीधि मइयम का चुनाव चिन्ह लगाए एक वैन में सवार कमल हासन को देखने भारी संख्या में लोग गलियों में और अपने घरों की छतों पर खड़े दिखाई दिए। एमएनएम की स्थापना कमल हासन ने साल 2018 में की थी। इन चुनावों में उनके डीएमके के समर्थन में आ जाने से चुनाव नतीजों पर असर पड़ सकता है, हालांकि कमल हासन की पार्टी ने 2019 के चुनाव में भी 37 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे और इनमें से एक को भी जीत हासिल नहीं हुई थी। जानकारी के मुताबिक पार्टी के हिस्से में कुल पड़े वोटों का आधा प्रतिशत भी नहीं आ पाया था।
69 साल के हो चुके कमल हासन देश विदेश में बेहद लोकप्रिय भारतीय फिल्म अभिनेता रहे हैं। हालांकि अपने सरनेम की वजह से एक बार उन्हें अमेरिका में आव्रजन अधिकारियों ने देर तक रोके रखा था। कमल हासन का पहले नाम पार्थसारथी था, लेकिन उनके पिता ने बाद में उनका नाम बदलकर कमल हासन कर दिया। बारे में लोकप्रिय कथा यही रही है कि स्वतंत्रता संग्राम के दिनों के अपने मित्र याकूब हसन की याद ताजा रखने के लिए कमल हासन के पिता ने अपने बच्चों के नाम बदल दिए थे। हालांकि, खुद कमल हासन ने अक्सर अपने नाम के हासन शब्द की उत्पत्ति नौ रसों में से एक हास्य से बताई है।
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