आप के जेहन में वोटर आईडी व मतदान केंद्र या लोक सभा चुनाव की व्यवस्था से जुड़ा कोई प्रश्न है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप के सारे प्रश्नों का जवाब घर बैठे मिल जाएगा.
कलेक्ट्रेट में स्थापित है कंट्रोल रूम
कलेक्ट्रेट स्थित संगम सभागार में लोक सभा चुनाव के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. यहां तीन तरह की व्यवस्थाएं पब्लिक को दी गई हैं. पहली व्यवस्था टोल फ्री नंबर की है. इस नंबर पर कॉल करके कोई भी व्यक्ति अपने वोटर कार्ड बूथ से सम्बंधित शिकायतों व व्यवस्थाओं की बाबत क्वैरी कर सकता है. फोन रिसीव करने वाले कर्मचारी या अधिकारी सवालों का जवाब देते हुए समाधान भी बताएंगे. बसर्ते सवाल चुनाव से हट नहीं होने चाहिए. ऐसे भी प्रश्न के उत्तर नहीं दिए जाएंगे जिससे मतदान केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था या गोपनीयता प्रभावित होने का शक होगा. वोटर आईडी नहीं बनी तो कैसे बनेगी, नाम गलत है तो कैसे सुधार होगा? हो पाएगा या नहीं यह सारी जानकारियां घर बैठे इसी टोल फ्री नंबर से ले सकते हैं. मतदान केंद्र के आसपास यदि पब्लिक से जुड़ी कोई समस्या है तो उसे भी बता सकते हैं. उस पर यहां मौजूद अफसरों के द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच बाद निस्तारित कराया जाएगा. कोई पार्टी कहीं वोटरों के बीच पैसे या शराब आदि बांट रहा है तो ऐसी भी जानकारियां इस नंबर पर दे सकते हैं.
जानिए कितने काम का है यह ऐप
यदि क्षेत्र में कहीं किसी राजनीतिज्ञ का पोस्टर बैनर लगा है या दारू शराब बांटा जा रहा और आप के पास वीडीओ या फोटो है तो उसे भी कंट्रोल रूम तक भेज सकते हैं.
इसके लिए आप को ऊपर बताए गए सी-विजिल ऐप मोबाइल डाउन लोड करना होगा. ऐप को आपन करते ही उसमें कई तरह के आप्शन दिए होंगे.
वीडीओ या फोटो वाले प्वाइंट पर क्लिक करके ओपन करते के बाद गैजलरी में जाकर अपलोड कर दीजिए.
अपलोड करने के बाद आप को अपना मोबाइल नंबर भी देना होगा. क्योंकि कार्रवाई के बाद उसी नंबर पर आप को अवगत भी कराया जाएगा.
इतना ही नहीं, उस शिकायत के निस्तारण की सूचना चुनाव आयोग तक कंट्रोल रूम को भेजा जाएगा.
ताकि आप के द्वारा कल यह आपेक्ष न लगाया जा सके कि वीडीओ और फोटो देने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई.
इस ऐप में चीजों अपलोड होते ही उसे एफएसटी यानी फ्लड स्क्वायड टीम के पास विधान सभावार भेज दी जाती है.
चूंकि उसमें जिओ रिफरेंस के साथ पता ट्रैक करके टीम कार्रवाई करती है. कार्रवाई के बाद निस्तारण की सूचना एआरओ को भेजी जाती है. एआरओ ही समस्या के निस्तारण ही सूचना आगे बढ़ाएंगे.
कंट्रोल रूम से जुड़े अफसर बताते हैं कि एनजीएसपी यानी नेशनल गवर्नमेंट सर्विस पोर्टल की भी व्यवस्था है. इस पोर्टल पर भी लोग अपने क्षेत्र की शिकायतें भेज सकते हैं.
अब तक आई 2800 क्वैरी
कलेक्ट्रेट संगम सभागार में बनाए गए लोक सभा चुनाव कंट्रोल रूम में अब तक विभिन्न समस्याओं व सवालों से सम्बंधित करीब 2800 क्वैरी आ चुकी है.
इसमें से करीब 200 कॉल राजनीतिज्ञ पोस्टर बैनर से रिलेटेड रहीं. कॉल पर कराई गई जांच में कुछ सूचनाएं गलत भी मिली हैं.
जहां की सूचना सही पाई गई उस जगह पर एक्शन के बाद सूचनाएं आगे बढ़ा दी गईं हैं.
लोक सभा चुनाव कंट्रोल रूम में कई माध्यमों से लोग अपनी बात रख सकते हैं. यदि किसी को कोई जानकारी चाहिए कि तो वे कंट्रोल रूम में कॉल करके क्वैरी कर सकते हैं. हर समस्या का समाधान युद्ध स्तर पर किया जाएगा.
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