रूस की राजधानी मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल कॉन्सर्ट में हुए आतंकी हमले में यूक्रेन ने प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को यूक्रेन के एक सैन्य जासूसी एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि मॉस्कों में शुक्रवार को हुई गोलबारी में यूक्रेन शामिल नहीं है।
एफएसबी ने कहा था- यूक्रेन के संपर्क में थे आतंकी
उधर, रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने कहा कि मॉस्कों के पास कॉन्सर्ट हॉल में आतंकी हमले में शामिल सभी चारों आतंकवादियों को यूक्रेन सीमा की ओर जाते वक्त गिरफ्तार किया गया है। ये सभी यूक्रेन के संपर्क में थे।
हम अपनी संप्रभुता की रक्षा कर रहे: यूक्रेन
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के मुख्य खुफिया निदेशालय के एंड्री युसोव ने कहा कि निश्चित रूप से यह रूसी विशेष सेवा एफएसबी का एक और झूठ हैं। इसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। यूक्रेन इस आतंकी हमले में शामिल नहीं है। यूक्रेन रूस से अपनी संप्रभुता की रक्षा कर रहा है। आक्रमणकारियों से अपने क्षेत्र को मुक्त करने को लड़ रहा है। उसका लक्ष्य कब्जाधारियों की सेना है, नागरिक नहीं। इससे पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने शुक्रवार को हमले के पीछे यूक्रेनी लिंक से इनकार किया था।
मरने वालों की संख्या 143 हुई
क्रेमलिन ने शनिवार को कहा कि कॉन्सर्ट हॉल में गोलीबारी में कम से कम 143 लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी रूस की सरकारी टीवी संपादक मार्गरीटा सिमोनियन ने साझा की।
अब तक 11 गिरफ्तार
आतंकी मामले में चार संदिग्ध बंदूकधारियों समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उग्रवादी इस्लामी समूह इस्लामिक स्टेट ने शुक्रवार के हमले की जिम्मेदारी ली है। यह 20 वर्षों में रूस में हुआ सबसे घातक आतंकी हमला है।
ठोस और उचित जवाब देना होगा: रूसी सांसद
उधर, टेलीग्राम में विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा,
अब हम जानते हैं कि इन आतंकियों ने बचने के लिए किस देश में छिपने की योजना बनाई थी- यूक्रेन।
एक वरिष्ठ रूसी सांसद आंद्रेई कार्तपोलोव ने कहा कि अगर यूक्रेन हमले में शामिल है तो रूस को युद्ध के मैदान पर उचित, स्पष्ट और ठोस जवाब देना होगा।
दो साल से रची जा रही थी हमले की साजिश
आईएसआईएस खुरासान की स्थापना 2015 में की गई थी। इसे पाकिस्तानी तालिबान के नाराज आतंकियों ने बनाया था। कहा जाता है कि इस आतंकी सगंठन में दो हजार लड़ाके शामिल हैं। न्यूयॉर्क स्थित सुरक्षा परामर्श फर्म सौफान ग्रुप के आतंकवाद विरोधी विश्लेषक कॉलिन पी क्लार्क ने बताया कि आईएसआईएस-के पिछले दो सालों से रूस को निशाना बनाने की साजिश रच रहा था। यह आतंकी समूह अक्सर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना करता है।
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