जिला एवं पुलिस प्रशासन माफियाओं के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी के तहत 11 माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई।
जानकारी के मुताबिक, माफिया अशरफ के साले अब्दुल समद उर्फ सद्दाम, जेल वार्डन मनोज कुमार, शिव हरि अवस्थी, कैंटीन संचालक दयाराम उर्फ नन्हे, मो.
प्रयागराज में हुए उमेशपाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और अशरफ का नाम मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर सामने आया था। साजिश में अशरफ का साला सद्दाम उर्फ अब्दुल समद भी शामिल था। वह बारादरी क्षेत्र में रहकर अपने गुर्गे लल्ला गद्दी के जरिये बरेली जिला जेल में बंद बहनोई अशरफ को सुविधाएं पहुंचाता था।
बिथरी चैनपुर पुलिस ने इन सभी लोगों पर गैंगस्टर की रिपोर्ट दर्ज की है। सभी आरोपियों की संपत्ति का चिह्नीकरण कर उसे सीज किया जा सकता है। इससे पहले इस मुकदमे में सभी की दोबारा से गिरफ्तारी की जाएगी। गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज होने के बाद सद्दाम के गुर्गे शहर छोड़कर फरार हैं। पुलिस को केवल दयाराम मिल सका है।
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