2023 लोकसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। इन प्रत्याशियों में दो लोकसभा सीटें जिनमें दुर्ग और राजनंदगांव से सांसदों को एक बार फिर मौका मिला है।
सांसदीय छोड़ विधायक बने वहां से इन्हें मौका
साल 2023 के विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जिन सांसदों को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा था। इनमें बिलासपुर से अरुण साव की जगह अब लोकसभा चुनाव में तोखन साहू को प्रत्याशी बनाया गया है। रायगढ़ से गोमती साय की जगह राधेश्याम राठिया को लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया है। सरगुजा से रेणुका सिंह की जगह चिंतामणि महाराज को प्रत्याशी बनाया गया है। बतादें कि इन तीनों लोकसभा सीट से सांसदों को विधानसभा के चुनाव में जीत के बाद यह सीट खाली हो गई थी।
इन मौजूदा सांसदो का कटा टिकट
लोकसभा 2024 में प्रत्याशियों के ऐलान के साथ ही छत्तीसगढ़ में पांच सांसदों का टिकट कट गया है। जिसमें रायपुर सांसद सुनील सोनी का टिकट काटकर बृजमोहन अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया गया है। महासमुंद चुन्नी लाल साहू का टिकट काटकर रूप कुमारी चौधरी को प्रत्याशी बनाया गया है। जांजगीर से गुहाराम अजगले का टिकट काटने के बाद कमलेश जांगड़े को लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। इसके अलावा कांकेर से विक्रम उसेंडी का टिकट काटकर भोजराज नाग को प्रत्याशी बनाया गया है।
इन सांसदों को मिला फिर मौका
छत्तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीटों में से साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए दो ऐसे सांसद हैं, जिनका टिकट नहीं कटा है। जिन्हें एक बार फिर चुनाव के मैदान में उतर गया है। इनमें दुर्ग लोकसभा से सांसद विजय बघेल को फिर मौका मिला है। विजय बघेल को दुर्ग लोकसभा से प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं राजनांदगांव से संतोष पांडे को फिर मौका देते हुए प्रत्याशी बनाया गया है।
2019 में भाजपा जहां हारी वहां
साल 2024 को लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी कोरबा और बस्तर लोकसभा सीट से भी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया गया है। यह वो सीट है जहां से साल 2019 के लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। यहां की कोरबा लोकसभा सीट से पूर्व राज्यसभा सांसद सरोज पांडे को चुनाव के मैदान में उतारा है। वहीं बस्तर लोकसभा सीट से महेश कश्यप को प्रत्याशी बनाया गया है।
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