Zee Crisis: जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज का संकट बढ़ता जा रहा है। जापान के सोनी समूह के साथ मर्जर प्लान रद्द होने के बाद अब सेबी को जी एंटरटेनमेंट के ₹2000 करोड़ की गड़बड़ी का पता चला है।
शेयर की कीमत: ट्रेडिंग के दौरान शेयर की कीमत 14% से ज्यादा गिर गई और भाव 165.55 रुपये पर आ गया। इससे पहले जनवरी महीने में भी सोनी से डील रद्द होने के बाद जी एंटरटेनमेंट के शेयर रेंगते नजर आए थे। 23 जनवरी 2024 को शेयर की कीमत 152.50 रुपये के लो तक चली गई थी।
₹2000 करोड़ की गड़बड़ी
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सेबी ने जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के खातों में $240 मिलियन या लगभग ₹2000 करोड़ की गड़बड़ी का पता लगाया है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के अधिकारियों को अब इस रकम के बारे में जानकारी देनी होगी। इसके लिए शेयर बाजार के नियामक यानी सेबी ने जी एंटरटेनमेंट के प्रमोटर सुभाष चंद्रा, उनके बेटे पुनीत गोयनका और कुछ बोर्ड सदस्यों को बुलाया है। ये सभी अधिकारी ₹2000 करोड़ की गड़बड़ी के बारे में स्पष्टीकरण देंगे। कंपनी के अधिकारियों की प्रतिक्रिया के बाद इस रकम में बदलाव हो सकता है। बता दें कि ₹2000 की रकम सेबी जांचकर्ताओं के शुरुआती अनुमान से लगभग दस गुना अधिक है। सेबी ने पहले ₹200 करोड़ की गड़बड़ी के अनुमान लगाए थे। हालांकि, जी एंटरटेनमेंट ने इस दावे को खारिज कर दिया है। कंपनी ने कहा कि संबंधित रिपोर्ट सिर्फ अफवाह है। यह पूरी तरह से गलत और झूठी रिपोर्ट है।
मर्जर पर बात नहीं
इस बीच, जी एंटरटेनमेंट ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि कंपनी सोनी ग्रुप के साथ मर्जर पर एक बार फिर बात करना चाहती है। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सोनी ग्रुप के साथ 10 अरब डॉलर का विलय समझौता रद्द हो जाने के एक महीने बाद उस समझौते को बहाल करने के लिए सोनी से संपर्क साधा है। इस खबर की वजह से जी एंटरटेनमेंट के शेयर मंगलवार को बढ़े थे। शेयरों में तेजी को देखते हुए बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने जी एंटरटेनमेंट से जवाब मांगा था। इसी के बाद कंपनी ने मर्जर को लेकर स्पष्टीकरण दिया है।
2021 से शुरू हुआ था मर्जर प्लान
बता दें कि जी एंटरटेनमेंट और सोनी पिक्चर के बीच दिसंबर, 2021 में 10 अरब डॉलर का मर्जर समझौता हुआ था। इस सौदे को दो साल के भीतर पूरा करना था लेकिन एक महीने का विस्तार मिलने के बावजूद इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। ऐसे में सोनी पिक्चर ने 22 जनवरी को यह समझौता अपने स्तर पर रद्द करने का ऐलान कर दिया था। यह समझौता पूरा होने की स्थिति में नई इकाई भारत की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी होती।
मर्जर प्लान रद्द होने के बाद दोनों कंपनियों के एक-दूसरे के खिलाफ कानूनी लड़ाई भी शुरू कर चुकी हैं। जहां सोनी ने सिंगापुर स्थित मध्यस्थता केंद्र में नौ करोड़ डॉलर का दावा किया हुआ है वहीं जी एंटरटेनमेंट ने एनसीएलटी की मुंबई पीठ के समक्ष सौदा संपन्न करने का निर्देश देने की अर्जी लगाई हुई है।
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